India News (इंडिया न्यूज़) Gorakhpur News सुशील कुमार, गोरखपुर : गीता प्रेस20 एकड़ में गीडा सिफ्ट होगा। 20 एकड़ में गीडा में स्थापित होगा गीता प्रेस मंजूरी मिलती ही काम शुरू होगा ।
गीडा में 20 एकड़ में गीता प्रेस बनाया जाएगा, करीब 5 करोड़ की हाईटेक मशीनें लगाकर प्रेस को हाईटेक बनाया जाएगा। एक ही मशीन से पूरा प्रोडक्शन किया जाए। ये सारी कवायद गीता प्रेस में छपने वाली किताबों को लेकर किया गया।
लेकिन, इन सब के बीच अब गीता प्रेस का विस्तार होने जा रहा है, गोरखपुर के गीता प्रेस को अब और बड़े पैमाने पर गीडा में शिफ्ट करने की तैयारी है। इसे लेकर गीता प्रेस ट्रस्ट की ओर से शासन को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है। जिसमें ट्रस्ट ने शासन से गीडा में 20 एकड़ जमीन की डिमांड की है।
जिससे की गीता प्रेस का विस्तार कर यहां से प्रकाशित होने वाली सनातन धर्म ग्रंथों को दुनियां भर में प्रसारित भी किया जा सके। गीता प्रेस के प्रबंधक लाल मणि तिवारी का कहना है। ”मौजूदा समय में गीता प्रेस 2 लाख वर्ग फुट में है। गीता प्रेस सनातन-धर्म की अब तक 93 करोड़ किताबें छाप चुका है। जो एक रिकॉर्ड है।
अकेले इस साल 2 करोड़ 42 लाख किताबें छापी हैं। रामचरितमानस पर राजनीतिक विवाद के बाद से इसकी 50 हजार किताबें ज्यादा बिकी हैं। प्रेस की आय में भी इजाफा हुआ है। गीता प्रेस में छपने वाले सभी धर्म ग्रंथों की काफी अधिक डिमांड होती है।
डिमांड के मुताबिक किताबों का प्रकाशन पूरा नहीं हो पाता। वहीं गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार और समापन समारोह में प्रधानमंत्री के आगमन के बाद यहां से प्रकाशित होने वाली धर्म ग्रंथों की डिमांड बढ़ती ही जा रही है।
लाल मणि तिवारी ने बताया कि ”ऐसे में ट्रस्ट ने गीता प्रेस के विस्तार का फैसला लिया है। इसके लिए डीएम के जरिए प्रस्ताव भेजकर सरकार से गीडा में गीडा में 20 एकड़ जमीन मांगी गई है।
जमीन मिलते ही गीता प्रेस का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए अब यहां और भी हाईटेक मशीने लगाने की भी तैयारी है। जिससे कि किताबों का प्रोडक्शन बढ़ाया जा सके। हाईटेक मशीन जिस्की कीमत 5 करोड़ है अब उससे भी होगी छपाई।
खास बात यह होगी कि नई मशीन भी स्वदेशी होगी। इसके लिए भी ट्रस्ट में प्रस्ताव रखा गया है। मशीन लगाने वाली बेंगलुरु की कंपनी के इंजीनियर यहां आकर सर्वे भी कर चुके हैं। हालांकि अभी मशीन का आर्डर नहीं दिया गया है। जमीन मिलते ही मशीन आर्डर की जाएगी।
हालांकि, अभी मशीन की फाइनल कीमत तय नहीं है। फिलहाल, अनुमानित कीमत करीब 5 करोड़ रुपए है। गीता प्रेस के विस्तार के लिए यहां हाईटेक मशीन लगाने की तैयारी है। जो पूरी तरह स्वदेशी होगी।
यह इनलाइन मशीन होगी। जिसमें 16 फर्मों की गेदरिंग होगी। यानी कि 16 फर्मों पर छपाई तो एक साथ होगी ही। साथ ही एक ही मशीन से बाइडिंग और कवर पेस्टिंग होकर पूरी तरह तैयार किताब बाहर निकलेगी। इससे वक्त काफी बचेगा और प्रोडक्शन तेजी से होगा।
गोरखपुर में गीता प्रेस के पुस्तको के बढ़ते डिमांड को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है और इसके लिए शासन स्तर पर 20 एकड़ जमीन की डिमांड की गई है। ताकि वहा गीता प्रेस को स्थापित किया जा सकते।
क्योकि 100 वर्ष पूर्व गीता प्रेस को इस जगह पर बैठाते समय ये नहीं मालूम था कि आने वाले समय में इस तरह से पुस्तको की डिमांड बढ़ेगी और पुस्तको को लेकर जगह कम पड़ जाएगी।
फिलहाल, बढ़ते पुस्तको की डिमांड को देखते हुए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और 20 एकड़ जमीन की तलाश के लिए कहा गया है। जैसे ही शासन स्तर पर मंजूरी मिल जाएगी 5 करोड़ के मशीन को लाने के लिए आर्डर दे दिया जायेगा और ये हाईटेक मशीन जब लग जाएगी तो आने वाले समय में ये गीता प्रेस गीडा में नए कलेवर में दिखाई देगा।
गोरखपुर का 100 साल पहले स्थापित गीता प्रेस अब गीडा में स्थापित होगा। इसको लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। तकरीबन 20 एकड़ जमीन की दरखास्त की गई है और मंजूरी मिलते ही वहा गीता प्रेस को स्थापित करके वहा हाईटेक 5 करोड़ की मशीन लगाया जाएगा। जिसके बाद आने वाले समय में गीडा में गीता प्रेस स्थापित किया जाएगा।