India News (इंडिया न्यूज़),Gyanvapi Survey: एएसआई की ओर से शनिवार को जिला जज की अदालत में ज्ञानवापी परिसर के सर्वे और उसकी रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा को बढ़ाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। सर्वे का काम लगातार चल रहा है, जिसकों देखते हुए रिपोर्ट शनिवार को अदालत में दाखिल होने की उम्मीद कम है। इसी प्रार्थना पत्र के आधार पर अदालत आदेश देगी।
जिला जज की आदलत ने सील वजूखाने को छोड ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करने और उसकी रिपोर्ट 2 सितंबर तक जमा करने के आदेश दिए थे। बता दे कि एसएसआई की टीम 4 अगस्त से सर्वे कर रही है। जिसमें जीपीआर तकनीक का सहारा भा लिया गया था। केंद्र सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल अमित श्रीवास्तव ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर का सर्वे फिलहाल जारी है।
आज यानी शनिवार को अदालत में प्रार्थना पत्र देकर एएसआई की ओर से सर्वे की समय को बढ़ाने के लिए अनुरोध किया जाएगा। सर्वे से संभंधित जिला जज की अदालत ने आदेश को हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन सर्वे पर रोक लगाने से इन्कार हो गया था।
ज्ञानवापी में पांचवे दिन भी सर्वे जारी रहा। वहीं मामले में एएसआई टीम द्वारा दक्षिण की तरफ तहखाने की जांच की गई है। पहले साफ-सफाई की गई उसके बाद साक्ष्य जुटाए गए। साथ ही पश्चिमी दीवार के आसपास सर्वे किया गया है। टीम ने नींव व उससे सटे क्षेत्रों में मशीन लगाकर मामले की जानकारी जुटाई। लेकिन कोई जानकारी हिंदू या फिर मुस्लिम पक्ष को नहीं दे रही। दोनों पक्ष सर्वे में सहयोग कर रहे हैं।
वहीं सर्वे के दौरान नाप-जोख कर रही एएसआई की टीम के साथ मौजूद इमाम के फीता पकड़ने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बता दें, हिंदू पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई है।उनका कहना है कि एएसआई की टीम परिसर का कोना-कोना खंगाल रही है। अगर जरूरत हो तो सर्वे में और विशेषज्ञों को जोड़ा जाना चाहिए। इस तरह से किसी की मदद लेना ठीक नहीं है। लेकिन मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव दवारा बताया जा रही है कि इमाम सर्वे में मदद कर रहे हैं। इमाम के फीता पकड़ने का मामला बाहर कैसे आया, इसकी जांच होनी चाहिए।