India News (इंडिया न्यूज़), Shri Krishna Janmashtami 2023: पूरे देशभर में भगवान श्रीकृष्ण के जन्म उत्सव जन्माष्टमी को काफी धूमधाम से मनाया जाता है। मथुरा-वृंदावन से लेकर देश के कोने-कोने में तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मथुरा के मुख्य मंदिर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर में जन्मोत्सव के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं, इसके लिए न सिर्फ पूरे मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया गया है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Devotees throng Krishna Janmabhoomi temple in Mathura on the occasion of Krishna Janmashtami pic.twitter.com/Ja61Pbtwmb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 6, 2023
जन्मोत्सव मनाने की थीम चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से प्रेरित होगी
बता दें, इस बार जन्मोत्सव मनाने की थीम चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग से प्रेरित होगी और श्रीकृष्ण जिस फूल बंगले में विराजमान होंगे। उसका नाम इसरो चीफ एस. सोमनाथ के नाम पर ‘सोमनाथ पुष्प-बंगला’ रखा गया है और श्रीकृष्ण के विग्रह को जन्मोत्सव के मौके पर पहनाई जाने वाली पोशाक का नाम प्रज्ञान रोवर के नाम पर प्रज्ञान-प्रभास रखा गया है। ऐसा करने को लेकर धार्मिक मान्यता है कि हमारे ऋषि-मुनियों ने अपने तप बल से चंद्र आदि नवग्रह और उपग्रह का सटीक वर्णन किया है और इसरो के वैज्ञानिकों ने सनातन की उसी परंपरा को पुनर्स्थापित किया है।
भक्तों को प्राचीन स्वरूप का एहसास कराया जाएगा
इसके अलावा जन्मस्थान परिसर में स्थित श्रीकृष्ण गर्भ गृह और कृष्ण चबूतरे को भी मूल स्वरूप में जेल की तरह सजाया जा रहा है, ताकि जन्मोत्सव के मौके पर यहां आने वाले लाखों कृष्ण भक्तों को प्राचीन स्वरूप का एहसास कराया जा सके।
जन्मोत्सव के मौके पर विशेष मंगला आरती सुबह 05:30 बजे होगी
जन्मस्थान मंदिर के भागवत भवन में गणपति एवं नवग्रह स्थापना पूजन के साथ कृष्ण के प्राकट्योत्सव की प्रक्रिया रात 11 बजे से शुरू होगी और ठीक 12 बजे कृष्ण लला का प्राकट्य होने के साथ पंचामृत अभिषेक, श्रंगार आरती, भोग और शयन आरती के बाद ये प्रक्रिया रात 01:30 बजे संपन्न होगी।