India News (इंडिया न्यूज़) Ghosi Election: घोसी से चुनाव का एक अलग माहौल है। घोसी की जनता पिछले छह साल में चार बार वोट दे चुकी है। छह साल के अंदर इस बार पांचवा चुनाव है। साल 2017 और 2022 में विधानसभा के सामान्य चुनाव हुए लेकिन इस बार उपचुनाव हो रहा है।
वहीं, बार– बार चुनाव होने से वहां की जनता परेशान है। यही वजह है की एक बार बाहरी बनाम स्थानीय मुख्य मुद्दे में से एक है। वहीं बीजेपी ने दारा सिंह को जीताने के लिए पूरी ताकत लगा दी है। वहीं सपा ने सुधाकर सिंह को प्रत्याशी बना कर “बाहरी बनाम स्थानीय” के नारे को हवा दे रहे हैं। जिसे लेकर घोसी उपचुनाव के नतीजों का एलान 8 सितंबर को होने वाला है।
बता दें कि मऊ में घोसी विधानसभा उपचुनाव की मतगणना आठ सितंबर की सुबह आठ बजे से शुरु की जाएगी। जिसके चलते जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतगणना 14 टेबलों पर होगी, जिसके लिए 19 मतगणना टीमें बनाई गई हैं। प्रशासनिक अधिकारी मतगणना को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने में जुटे हैं।
बता दे की कलेक्ट्रेट परिसर स्थित बने स्ट्रांग रूम में 4 सितंबर को उपचुनाव के बाद 5 सितंबर को चुनाव संपन्न करने के बाद यहां ईवीएम और वीवीपैट मशीन कड़ी सुरक्षा में है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन तथा पुलिस मुस्तैद है। जिला प्रशासन ने मतगणना को लेकर समस्त तैयारी पूरी कर ली है। इसके साथ ही मतगणना कार्यक्रम 14 टेबलों पर किया जाएगा। जिसके लिए 19 मतगणना टीमों का चयन कर लिया गया है।एक-एक मतगणना टीम आरओ एवं एआरओ हेतु तथा तीन मतगणना टीम रिजर्व के रूप में रहेंगी।
घोसी में आज उपचुनाव हो रहा है। यहाँ साल 2017 से अभी तक तीन बार चुनाव हो चूका है। इस साल चौथी बार चुनाव होना है। साल 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के फागू चौहान बीजेपी के प्रत्याशी थे।
उन्होने सपा प्रत्याशी माफिया मुख़्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को हरा कर यहां के विधायक बने। लेकिन बीजेपी नेतृत्व में बीजेपी में फागू चौहान को बिहार का राजयपाल बना दिया। जिस वजह से यह सीट खली हो गई।