India News (इंडिया न्यूज़), Disadvantages of excess salt : स्वादिष्ट खाना बिना नमक के बेस्वाद लगता है और खाने में नमक कम हो तब भी खाने का स्वाद बिगड़ जाता है। लेकिन खाने में नमक ज्यादा गिर जाए तो वह खाने के साथ हमारी सेहत को भी खराब कर देता है। यही कारण हेै कि डॅाक्टर नमक कम खाने की सलाह देते है। सेल मेटाबोलिज्म में प्रकाशित स्टडी में बताया गया है कि नमक मेन इम्यून रेगुलेटरी के कामकाज को बाधित कर सकता है।
डॅाक्टर हाई ब्लड प्रेशर रोगियों को खाने में कम नमक लेने की सलाह देते है। ताकि जिन रोगियों को बीपी की समस्या होती हेै, उनका ब्लडप्रेशर कंट्रोल रहें। शायद आपको जानकर हैरानी होगी की खाने में नमक ज्यादा लेने से कितनी बीमारियां होती है।
खाने में नमक ज्यादा खाने से हृदय रोगों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। हार्ट को हेल्दी रखने के लिए सदैव खाने में नमक की मात्रा को कम रखें। अगर आप डेली पांच ग्राम से कम नमक का सेवन करते हैं तो यह हृदय रोग, स्ट्रोक और कोरोनरी हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
खाने में ज्यादा नमक का सेवन करने से व्यक्ति को हाई बीपी की दिक्कत हो जाती है। इसलिए खाने में नमक ज्यादा डालने और पके हुए खाने में ऊपर से नमक मिलाकर खाने से बचे।
शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा होने पर हमारे शरीर में पानी जरूरत से ज्यादा जमा हो जाता है। यह स्थिति वाटर रिटेंशन या फ्लूड रिटेंशन कहलाती है। जिसमें हाथ, पैर और चेहरे में सूजन आ जाती है।
खाने में ज्यादा नमक का सेवन शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा कर सकता है। डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए खाने में कम मात्रा में नमक डालने के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
खाने में ज्यादा नमक खाने से किडनी को नुकसान पहुंचाकर किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। नमक का अधिक सेवन करने से मूत्र में कैल्शियम का स्तर बढ़ाता है, इससे पथरी होने की संभावना भी होती है।
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