India News (इंडिया न्यूज़),Shri Ganesh Utsav: श्री गणेश उत्सव सेवा समिति लन्ढौर बाजार मसूरी द्वारा श्री गणेश चतुर्थी उत्सव कार्यक्रम के तहत घंटाघर से श्री सनातन धर्म मंदिर तक शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और गणपति बप्पा मोरिया के जयकारे लगाये। शोभायात्रा श्री सनातन धर्म मंदिर तक कई जहां पर भगवान श्री गणेश की विधी विधान के साथ मूर्ति स्थापित की गई व 23 सितंबर को मूर्ति मसूरी के यमुना नदी में विसर्जित की जाएगी। यात्रा में श्रद्धालु भजन कीर्तन कर भगवान गणेश का आशीर्वाद लेते नजर आए।
गणेश उत्सव सेवा समिति के अध्यक्ष अरुण वर्मा ने बताया कि श्री गणेश उत्सव सेवा समिति द्वारा पांचवी बार भगवान गणेश को स्थापित किया गया। यहां पर लगातार उनकी पूजा अर्चना होगी व 22 सितंबर को मनोज भाई जागरण पार्टी द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन होगा। 23 सितंबर को प्रातः पूजा अर्चना के बाद हवन के साथ भंडारा किया जाएगा। दोपहर दो बजे भव्य शोभायात्रा के साथ भगवान गणेश की प्रतिमा को विसर्जन के लिए यमुना नदी के लिए ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मसूरी में गणेश उत्सव को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है। पूजा अर्चना और भजन संध्या में मसूरी और आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने मंदिर में पहुंचकर भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया।
श्री गणेश उत्सव सेवा समिति के महामंत्री अरुण वर्मा ने बताया कि आज से कार्यक्रम शुरू हुए हैं और 23 सितंबर को विशाल भंडारा आयोजित किया जाएगा। उसके पश्चात श्री गणेश जी की मूर्ति को विसर्जित किया जाएगा। पुराणों के मुताबिक गणेश जी का जन्म भादौ की चतुर्थी को दिन के दूसरे प्रहर में हुआ था। उस दिन स्वाति नक्षत्र और अभिजीत मुहूर्त था। ऐसा ही संयोग 19 सितंबर को बन रहा है।
इन्हीं तिथि, वार और नक्षत्र के संयोग में मध्याह्न यानी दोपहर में जब सूर्य ठीक सिर के ऊपर होता है, तब देवी पार्वती ने गणपति की मूर्ति बनाई और उसमें शिवजी ने प्राण डाले थे। इस बार गणेश स्थापना पर मंगलवार का संयोग बन रहा है। विद्वानों का कहना है कि इस योग में गणपति के विघ्नेश्वर रूप की पूजा करने से इच्छित फल मिलता है। गणेश स्थापना पर शश, गजकेसरी, अमला और पराक्रम नाम के राजयोग मिलकर चतुर्महायोग बना रहे हैं।