India News(इंडिया न्यूज़) UP Politics : UP Politics बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि ‘लोकतंत्र में विरोध का अपना महत्व है, लेकिन शब्दों की मर्यादा बनी रहनी चाहिए।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने संसद में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वह स्वीकार्य नहीं है, वे गलत शब्द हैं। जो भी इन शब्दों का प्रयोग करता है वह निंदनीय है।’ इसके साथ ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने सदन में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को भड़काने की कोशिश की थी।
निशिकांत दुबे के मुताबिक, जब ये सब हुआ तब वो संसद में मौजूद थे। चंद्रयान पर चर्चा के दौरान बीएसपी सांसद दानिश अली पीएम मोदी को ‘नीच’ कहते रहे। इसे लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर दानिश अली की टिप्पणियों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है। निशिकांत दुबे का कहना है कि दानिश अली जैसे लोग और कांग्रेस, डीएमके और टीएमसी के कुछ नेता आदतन अपराधी हैं और वे बीजेपी सांसदों को उकसाने के लिए अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं।
फिलहाल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के इन आरोपों पर जब बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली से सवाल किया गया तो उन्होंने बीजेपी और निशिकांत दुबे के मूल्यों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ‘निशिकांत दुबे ही वो शख्स थे जिन्होंने अपने पिछड़ी जाति के कार्यकर्ता से अपने पैर धुलवाए और उन्हें पानी पिलाया।’
उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी का क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप 48 घंटे तक बैठ सकता था और कम से कम सच्चे आरोप तो लगा सकता था। दानिश अली इतने गिरे हुए नहीं हैं कि प्रधानमंत्री के बारे में ऐसी टिप्पणी करेंगे। हमारे पास वो चरित्र और संस्कार नहीं हैं।
ये आरोप बेबुनियाद हैं, मैं इन्हें गंभीरता से नहीं लेता क्योंकि बीजेपी-आरएसएस में यही ट्रेनिंग दी जाती है कि एक झूठ को 100 बार बोलो और उसे सच जैसा दिखाओ।
इस बीच बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली ने एक पोस्ट कर अपने अधिकारी की गरिमा बचाने की कोशिश की और स्पीकर से मोदी जी से जुड़े घोर आपत्तिजनक शब्दों को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की ।
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