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Rishikesh Karnprayag Rail Project: पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट, जानें कब और कैसे होगी ये सेवा शुरू

• LAST UPDATED : September 27, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Rishikesh Karnprayag Rail Project: पीएम नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के लिए कुछ दिन महत्वपूर्ण है। बुधवार को पौड़ी नाला से सौड़ (देवप्रयाग) तक 1278 मीटर लंबी सुरंग का काम पूरा हो जाएगा।

रेलवे विकास निगम लिमिटेड ऋषिकेश मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि वर्ष 2026 तक ऋषिकेश से व्यासी तक रेल सेवा शुरू हो जाएगी। वहीं इसके अतिरिक्त इस परियोजना के अंतर्गत 12 रेलवे स्टेशनों का भी निर्माण होना है।

नेशनल हाईवे से जोड़े जाएंगे 19 ब्रिज

सभी कार्यों को एक साथ करने की योजना है। इसके लिए 5 महीने के अंदर टेंडर ले लिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक से डेढ़ किलोमीटर तक सभी स्टेशन में रेलवे यार्ड बनने हैं। देवप्रयाग और जनासु में प्लेटफार्म का कुछ हिस्सा सुरंग के अंदर तक निर्मित होगा। इस पूरी योजना के अंतर्गत 19 ब्रिज बनाए जाने हैं जिन्हें नेशनल हाईवे से जोड़ा जाएगा।

मुख्य परियोजना प्रबंधक यादव ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य दिसंबर 2024 तक निर्धारित था। परंतु कोरोना काल के कारण यह कार्य प्रभावित हुआ है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि 2026 तक यह रेल सेवा शुरू हो जाए।

रेलवे लाइन का अधिकतर हिस्सा जमीन के अंदर

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना में यह सबसे लंबी सुरंग है जो 14.58 किमी. की है इसका निर्माण कार्य होना अभी बाकी है। इस परियोजना के तहत ही 12 स्टेशनों व 19 प्रमुख रेल ब्रिजों का निर्माण कार्य किया जाना है। बता दें कि 125 किमी. की रेल लाइन में लगभग 104 किलोमीटर का हिस्सा जमीन के अंदर सुरंग से होकर गुजरेगा।

इस परियोजना के तहत करीबन 170 मीटर सुरंग बनाने का रोजाना किया जा रहा है। मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने बताया कि परियोजना कार्य पूरा होते ही ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच यात्रा का समय 7 घंटे से घटकर मात्र 3 घंटे रह जाएगा। इस परियोजना में अब तक सुरंग खुदाई का कार्य 60% तक पूरा हो चुका है।

मानकों के अनुरूप किया जा रहा काम

मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव का कहना है कि सुरंग संख्या 8 जो 14.58 किमी. लंबी है, उसका सुरंग निर्माण बोरिंगों व मशीनों से किया जा रहा है। इसके साथ ही सुरंगों की खुदाई का काम ड्रिल और ब्लास्ट के द्वारा किया जा रहा है। जिसमें सभी मानकों का पूरा ध्यान रख कर कार्य किया जा रहा है।

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