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Lucknow News: खुद को आयुर्वेदिक डॉक्टर बता लखनऊ के एक घर में रह रहा था संदिग्ध आतंकी, ऐसे हुआ खुलासा

• LAST UPDATED : October 4, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Lucknow News: आईएसआईएस संदिग्ध आतंकी मोहम्मद रिजवान अशरफ सआदतगंज के मोअज्जम नगर में एक डॉक्टर के मकान में किराए पर रहता था। वह खुद को एक आयुर्वेदिक कंपनी का कर्मचारी बताता था। उसने एक महीने पहले एक मकान किराए पर लिया था, लेकिन वह आठ दिन पहले यहां आया। पड़ोसियों ने बताया की उन्हें उसकी गतिविधियों पर भी संदेह हुआ।

रिजवान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने घर के मालिक डॉक्टर जियाउल हसन से पूछताछ की। अन्य जांच संस्थाएं अपने स्तर पर जांच करती हैं। इसके साथ ही मकान मालिक ने पुलिस जांच नहीं कराई थी। जो की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है।

किराए के मकान की पहचान कर ली

दिल्ली पुलिस के विशेष महानिरीक्षक ने रविवार को आईएसआईएस से जुड़े तीन आतंकी संदिग्धों को गिरफ्तार किया। उनमें मोहम्मद रिजवान अशरफ भी था। मंगलवार को उस किराए के मकान की पहचान कर ली गई, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया था। अशरफ डॉक्टर के यहां किराये के मकान में रहता था। जियाउल हसन ने कहा कि उन्होंने करीब एक महीने पहले अपने घर के ग्राउंड फ्लोर का एक हिस्सा किराए पर दिया था। रिजवान ने जियाउल को बताया कि वह एक आयुर्वेद कंपनी के लिए काम करता है। कंपनी ने उनका तबादला लखनऊ कर दिया। इसीलिए वह यहां रहने आया था। उसके साथ उसकी पत्नी और तीन बच्चे भी थे। लेकिन उसकी गिरफ़्तारी के समय उसका ठिकाना अज्ञात था।

ऑनलाइन विज्ञापन देख किया था संपर्क

बता दें कि जियाउल हसन आईआईएम रोड पर घैला में रहते हैं। मोअज्जम नगर में उनका जो मकान है वह पूरा किराए पर उठा है। मैंने OLX पर विज्ञापन दिया क्योंकि एक पोर्सन खाली था । जियाउल का दावा है कि फोन नंबर मिलने के बाद रिजवान ने एक महीने पहले उन्हें फोन किया था। इसके बाद किराया 7,800 रुपये प्रति माह तय किया गया। एक महीने का किराया ऑनलाइन भुगतान किया गया और दो महीने का किराया अग्रिम भुगतान किया गया।

पुलिस जांच जारी 

पुलिस ने जियाउल हक से काफी देर तक पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने एग्रीमेंट पुलिस को सौंप दिया। अंदर रिजवान के दस्तावेज थे। अब पुलिस और जांच अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि यह समझौता असली है या फर्जी। इसके अलावा जियाउल के बयानों की भी जांच की जा रही है। साथ ही देखा जा रहा है कि कहीं कोई पुराना संपर्क दोनों का तो नहीं है।

खाना ऑनलाइन ऑर्डर करवाता था

रिजवान के बारे में इलाके में किसी को कोई जानकारी नहीं थी। पहली मंजिल पर रहने वाले एक अन्य निवासी ने कहा कि रिज़वान जब से घर में आया है तब से उसी में रह रहा है। एक दो बार कुछ समय के लिए बाहर जाता था। ज्यादातर खाना भी ऑनलाइन ऑर्डर किया जाता था। इसके साथ ही किसी से बातचीत भी नहीं किया करता था। जब लोगों को पता चला कि वह एक संदिग्ध आतंकवादी है तो वे हैरान रह गये।

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