India News ( इंडिया न्यूज़ ),UP: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता रवि प्रकाश वर्मा ने सपा से नाता तोड़ दिया है, जिसके बाद उन्होने कांग्रेस का दामान थाम लिया है। दिग्गज नेता ने साइकिल का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ पकड़ने की बड़ी वजह बताई। पूर्व महासचिव ने कहा कि ‘मुलायम सिंह यादव ने सपा का गठन गरीबों को इंसाफ दिलाने के लिए किया था। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह ने गांव-गांव स्तर पर पार्टी का विस्तार किया। लोगों का समर्थन मिलने के बाद सपा की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि आज भी गरीबों की उम्मीदें समाजवादी पार्टी से बरकरार हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान पार्टी में नए लोग आने लगे।’
उन्होने आगे कहा, नए लोगों की मंशा अखिलेश यादव के करीबी बनने की रहती थी। उन्होंने कभी भी ग्रामीण स्तर पर पार्टी का भला नहीं सोचा। अखिलेश यादव के करीबी नए लोगों ने ग्रामीण पोलिंग बूथों पर काम नहीं किया। रवि प्रकाश वर्मा के अनुसार, अखिलेश यादव को आगाह करने की कोशिश की गई थी। उन्होंने अखिलेश यादव से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि बूथ जीतने पर मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ होता है। अखिलेश यादव को चाहिए था कि नए लोगों को जिम्मेदारी देते। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस दौरान नेताओं, भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों का गठजोड़ बन गया। चुनाव महंगा होने से सभी का ध्यान पैसा कमाने की तरफ हो गया। जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने का किसी के पास समय नहीं बचा।
उन्होंने आरोप भी लगाया कि पार्टी हित में दिए सुझावों पर अखिलेश यादव ने गंभीरता नहीं दिखाई गई। रवि प्रकाश वर्मा के मुताबिक सपा के हारने की वजह का भी कोई पता लगाने की कोशिश भी नहीं की गई। सपा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलन कई वर्षों से नहीं हो रहा था। अभी की स्थिति पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि पार्टी में शामिल होने के बाद नए लोग रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं। उनके अनुशासनहीनता की वजह से सपा को बहुत नुकसान हो रहा है। अपमानजनक परिस्थितियों को देख मैंने सपा छोड़ने का फैसला किया। कांग्रेस में 6 नवंबर को शामिल होने की पुष्टि रवि प्रकाश वर्मा ने की है।