India News(इंडिया न्यूज़),Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा जोरों शोरो से चल रही हैं। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होगें। इसी बीच उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएन केशव प्रसाद मौर्य अयोध्या में चलाए जा रहे साफ सफाई अभियान से जुड़े और कई स्थानों पर सफाई की। नेता हाथ में झाड़ू लिए नजर आए।
बता दें कि यूपी के आबकारी मंत्री ने नितिन अग्रवाल ने ऐलान किया है। रामनगरी अयोध्या में 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यहां पहले से मौजूद सभी दुकानों को हटाकर दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाएगा। आबकारी मंत्री राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर क्षेत्र को पहले से ही मदिरा मुक्त कर दिया है। अब 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र को मद्य निषेध घोषित किया गया है। इस क्षेत्र की सभी दुकानें हटाई जाएंगी।
आबकारी मंत्री ने साफ कर दिया है कि ये आदेश पूरे अयोध्या महानगर क्षेत्र पर लागू नहीं है। केवल 84 कोसी परिक्रमा क्षेत्र में लागू होगा। इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी आ रहे हैं। इसके पहले 30 दिसंबर को पीएम मोदी श्रीराम एयरपोर्ट का उद्घाटन करने अयोध्या आएंगे। प्राण प्रतिष्ठा को ऐतिहासिक बनाने के लिए भाजपा सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है।
मकर संक्रांति के बाद श्री राम मंदिर में विशेष पूजा शुरू की जाएगी। अब तक ये तय नहीं हो सका है कि मंदिर में भगवान राम की कैसी मूर्ति लगेगी। गौरतलब है कि गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला की तीन मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की मूर्ति को अयोध्या का भ्रमण भी होगा।
आज रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की महत्वपूर्ण बैठक होनी है। जिसके लिए ट्रस्ट के सभी 15 सदस्यों को आना है। अध्यक्ष नृत्य गोपाल दस, महासचिव चंपत राय सहित सभी सदस्य इस बैठक में आएंगे।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख गृह सचिव और अयोध्या के डीएम इस समिति के मुख्य सदस्य हैं। ये दोनों अफसर इस मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। बैठक में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा मौजूद होंगे। मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की पूजा 16 जनवरी से शुरू होगी। इस बैठक का उद्देश्य पूजन विधि, उसकी तैयारी और मंदिर के निर्माण कार्य कितना हुआ है उसकी समीक्षा लेना है।
जिसमें तय हुआ कि दिसंबर तक मंदिर के फर्श का काम पूरा हो जाएगा। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तिथि 22 जनवरी को है। यह भी निर्णय लिया गया कि प्राणु प्रतिष्ठा की पूजा काशी और दक्षिण भारत के पुजारी द्वारा की जाएगी।
यह अहम बैठक राम जन्मभूमि ट्रस्ट कार्यालय में होगी। ये 22 जनवरी को मंदिर उद्घाटन समारोह की तैयारियों का विवरण है। इस बैठक के अगले दिन 29 दिसंबर को ट्रस्ट की एक और अहम बैठक होगी।
ALSO READ:
Ram Mandir: राम जन्मभूमि ट्रस्ट की महत्वपूर्ण बैठक आज, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सुबह-सुबह शोक में फिल्म इंडस्ट्री, दमदार एक्टर का कोरोना से निधन