India News(इंडिया न्यूज़), Bihar Political Crisis : बिहार में सियासी घमासान जारी है। इसी बीच सूत्रों के हवालों से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। सूत्रों ने बताया है कि आरजेडी नीतीश सरकार से समर्थन वापसी की चिट्ठी राजभवन को कभी भी दे सकती है। इसके अलावा वह सरकार बनाने का दावा भी पेश कर सकती है।
बता दें, राज्य में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है। इसमें पार्टी के सभी 79 विधायक मौजूद हैं। ऐसे में आरजेडी का कहा है कि उसे सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए।
हालांकि, सूत्र ने यह भी बताया है कि राजद भी नीतीश कुमार के अगले कदम का इंतजार कर रही है।आपको बता दें कि फिलहाल राजद और उसके सहयोगियों के पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है।पार्टी ने जेडीयू के असंतुष्ट विधायकों से भी संपर्क किया है।
सूत्रों का कहना है कि राजद ने जीतन राम मांझी से संपर्क कर उन्हें समर्थन के बदले सीएम बनने का ऑफर दिया है। इन खबरों के बीच आज बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जीतन राम मांझी से मुलाकात की. इससे पहले गुरुवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने मांझी से मुलाकात की थी।
बिहार में सरकार बनाने के लिए किसी भी एक पार्टी को 122 विधायकों की जरूरत है. फिलहाल यहां की सबसे बड़ी पार्टी राजद है। बीजेपी के पास 78, जेडीयू के पास 45 और हम के पास चार विधायक हैं। इन तीनों पार्टियों के विधायकों की कुल संख्या 127 है।अगर जीतन राम मांझी की पार्टी राजद का ऑफर स्वीकार कर लेती है तो नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
राजद खेमे में 115 विधायक हैं। इनमें राजद के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीएम के 2, सीपीआई के दो और एआईएमआईएम के एक विधायक हैं।
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