India News(इंडिया न्यूज़), Acharya Pramod : कांग्रेस पार्टी द्वारा आचार्य प्रमोद (Acharya Pramod) पर लिए गए एक्शन के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आजीवन खड़े रहने का संकल्प लिया है। आचार्य ने कहा है कि मैं भारत को मजबूत और विश्व गुरु बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री के साथ खड़ा रहूंगा। देश को एक सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता थी जिसे मोदी जी ने पूरा किया है। मैं सीएम योगी को भी धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने भी निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
दरअसल, कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयान के आरोप में अपने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। जिसके बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस दौरान कई सवाल भी दागे। आचार्च ने कहा कि उन्हें 6 साल के लिए ही क्यों निकाला गया है, भगवान राम की तरह 14 साल के लिए निकालना चाहिए था?
आचार्य प्रमोद ने पार्टी से पूछा कि क्या अयोध्या जाना पार्टी विरोधी कृत्य है, क्या भगवान राम का अभिषेक करना पार्टी विरोधी है, क्या प्रधानमंत्री मोदी से मिलना पार्टी विरोधी है और क्या कल्कि धाम का निर्माण पार्टी विरोधी है? मैं मांग करता हूं कि मुझे इन सवालों के जवाब दिये जाएं।
उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के कई फैसलों से सहमत नहीं हूं, जिसमें 370 हटाने का विरोध और तीन तलाक का विरोध शामिल है। इसके अलावा नई संसद के उद्घाटन के समय भी मैंने कहा था कि अगर भारत के प्रधानमंत्री संसद का उद्घाटन नहीं करेंगे तो कौन करेगा? पार्टी ने कई बार मेरा अपमान किया, लेकिन मैं राजीव गांधी से किया वादा निभा रहा हूं।
आचार्य कृष्णम ने पूछा, क्या कांग्रेस में वो लोग होंगे जो हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करेंगे? सनातन पर कोई समझौता नहीं हो सकता। मैं आज आज़ाद हूँ। 19 फरवरी को कल्कि धाम का उद्घाटन हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं। लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष का होना बहुत जरूरी है, लेकिन विरोध का मतलब यह नहीं कि आप सही को गलत कहने लगें। विपक्ष मोदी से नफरत करते-करते भारत से नफरत करने लगा है।
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