India News (इंडिया न्यूज़) Kisan Andolan: इस समय दिल्ली के सभी बॉर्डर प्रदर्शनकारियों से घिरे है। आप जनता को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन किसान वहा डटे है उनके साथ में कुछ उपद्रवी तत्व भी मौजूद है। इस दौरान किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित अन्य मांगों को लेकर पंजाब से लेकर दिल्ली तक आंदोलित कर रहे है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में निकाले जा रहे ट्रैक्टर मार्च को पुलिस ने रोक दिया और कुछ लोग धरने पर बैठ गए। उन्होंने बड़े आंदोलन की ओर इशारा करते हुए कहा, किसानों को तैयारी कर लेनी चाहिए। इसी बीच कुछ किसान बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने लगे, जिसके चलते पुलिस से झड़प हो गई।
मौजूदा सरकार किसानों की आवाज को दबाने की हर संभव कोशिश कर रही है। किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हंसराज मीणा समेत सैकड़ो प्रभावशाली लोगों के सोशल मीडिया (ट्वीटर) अकाउंट्स भारत में बंद कर दिए गए है जो कि सरकार की एक कायराना हरकत है। यह अभिव्यक्ति की आजादी का हनन और उस पर एक बड़ा… pic.twitter.com/yEvPSVga81
— Anuj Singh (@AnujSinghBKU_) February 20, 2024
किसान नेता राकेश टिकैत ने एक दिन पहले ही आंदोलन का ऐलान किया था। शामली जिले के जिजौला कस्बे में हुई किसानों की मजबूरन महापंचायत में चौधरी राकेश टिकैत ने कहा था कि हम नस्ल और फसल बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। 21 फरवरी को सभी किसान ट्रैक्टर लेकर मार्च करेंगे। जिला मुख्यालय पर कोई भी कार्य नहीं होगा।
बीकेयू के जिला अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि ट्रैक्टर मार्च में बीकेयू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हैं। उन्होंने कहा, सरकार एमएसपी और किसानों की अन्य समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है। पूरे देश के किसान एकजुट हैं। हम अपने हक के लिए दिल्ली या कहीं भी जाने को तैयार हैं। पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई। कहा, यूपी के किसान भी इस आंदोलन का समर्थन करेंगे, क्योंकि यह हमारे भविष्य की रक्षा की लड़ाई है।
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