India News ( इंडिया न्यूज ) UP News: उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामे आया है। दरअसल वाराणसी के रहने वाले एक शख्स के नाम पर कुल सवा दो लाख रूपए का बिजली बिल भेजा गया। ममाले का संज्ञान लेते हुए सूचना आयुक्त अजय कुमार ने चार बिजली कर्मचारियों को दोषी करार दिया और उन्हें अनाथालयों में खाना खिलाने को कहा गया।
मामले को सेकर बताया जा रहा है कि वारणसी के एक युवक उमाशंकर यादव के नाम पर बिजली विभाग के कर्मचाकरियों ने कुल सवा दो लाख का बिल भेजा। जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने बिल को 1911 से जोड़ा जिसकी वजह से ये बिल लाखों में चला गया। जब उमाशंकर इस बात की शिकायत लेकर उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के पास गए तो, सूचना आयुक्त अजय कुमार उप्रेती ने कुल चार कर्मारियों को इसमें दोषी करार दिया।
सूचना आयुक्त ने मामले में कार्रवाई करते हुए चारों बिजली कर्मचारियों को दो अनाथालयों में खाना खिलाने को कहा। वहीं जब वास्तविक बिल का पता लगाया गया तो बिल सिर्फ 3998 रूपये का था। आयोग ने बिजली कर्मचारियों से पूछा कि क्या वाराणसी में 1911 में बिजली की सेवाएं दी जा रही थी? क्या उस वक्त यूपीपीसीएल अस्तित्व में था?
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