Agra News
इंडिया न्यूज, आगरा (Uttar Pradesh)। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बुधवार सुबह एक अस्पताल में भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आने से अस्पताल के संचालक और उनके बेटे-बेटी की मौत हो गई। अग्निकांड के वक्त अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे, उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक अस्पताल का स्टॉफ फरार हो गया था। अभी आग लगने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है।
दूसरी मंजिल पर रहता था डॉक्टर का परिवार
आगरा जिले में शाहगंज के खेरिया मोड़ पर आर मधुराज अस्पताल है। इसके संचालक डॉक्टर राजन और भवन मालिक गोपीचंद हैं। इसके बेसमेंट में जनरल वार्ड और ग्राउंड फ्लोर पर प्राइवेट वार्ड है। जबकि दूसरी मंजिल पर गोपीचंद और डॉक्टर राजन का परिवार रहता है।
बुधवार सुबह करीब 5 बजे अचानक फर्स्ट फ्लोर पर अस्पताल में आग लग गई। आग लगने से हॉस्पिटल में भर्ती मरीज और कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर दमकल और शाहगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों ने किसी तरह एक घंटे बाद चार लोगों को बाहर निकाला, लेकिन अस्पताल संचालक परिवार सहित दूसरी मंजिल पर फंस गए।
एक घंटे के बाद दूसरी मंजिल पर पहुंचे दमकल कर्मी
धुआं नीचे अस्पताल में भर गया था। इसलिए दमकल कर्मियों को ऊपर पहुंचने में कठिनाई हुई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकलकर्मी दूसरी मंजिल पर पहुंचे और डॉक्टर के परिवार को बाहर निकाला गया। अस्पताल संचालक राजन सिंह (42), उनकी बेटी सिमरन उर्फ शालू (18) और बेटे ऋषि (15) को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन उनकी मौत हो गई।
पिता बोले- मेरी आंखों के सामने जल गए बच्चे
डॉक्टर राजन के पिता डालचंद इस अग्निकांड में सेफ बचे हैं। उन्होंने बताया कि वे पहले फ्लोर पर बाहर वाले कमरे में सो रहे थे। राजन और बच्चे पीछे के कमरे में थे। सुबह करीब 4 बजे उठा तो देखा कि आग लग चुकी थी। शोर मचाया। इसके बाद भीतर आकर राजन को आवाज दी। उसने खुद को कमरे के भीतर बंद कर लिया, ताकि आग न फैले। बच्चों ने भी यही किया। शायद यही गलती हो गई। पहले धुआं कमरों में भर गया, फिर आग लग गई। इसके बाद सभी मेरी आंखों के सामने जल गए।
अग्निकांड के कारणों की चल रही जांच
SSP प्रभाकर चौधरी ने बताया कि 3 मरीज फंस गए थे। इन्हें दमकल कर्मियों की मदद से बाहर निकाला गया। तीनों मरीजों की हालत गंभीर है। इन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये अस्पताल यहां कैसे चल रहा था, इसके लिए CMO कार्यालय को सूचना भेजी गई है। परिवार के लोगों के संभलने के बाद बाकी पूछताछ की जाएगी।
SSP प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया कि ये हॉस्पिटल रिहायशी इलाके में घरनुमा बिल्डिंग में चल रहा था। संचालक के पास CMO ऑफिस का रजिस्ट्रेशन, फायर एनओसी, फायर फाइटिंग सिस्टम था या नहीं, ये पता किया जा रहा है।
थाना प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह सिरोही का कहना है कि आग लगने का कारण नहीं पता चल सका है। किस किस मंजिल पर आग लगी यह भी पता किया जा रहा है।
सीएम ने हादसे पर जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने घायलों की हर संभव मदद देने का निर्देश अफसरों को दिया है।
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