India News(इंडिया न्यूज), Aligarh News: शनिवार को अलीगढ़ (Aligarh News) मुस्लिम यूनिवर्सिटी में इंडिया मुशायरा होना था लेकिन छात्रों के विरोध के कारण इसे रद्द कर दिया गया।
इस मुशायरे का छात्र एक दिन पहले से ही विरोध कर रहे थे। जिसमें मुख्य अतिथि कार्यकारी कुलपति प्रोफेसर गुलरेज़ थे। छात्रों के भारी विरोध के चलते अमुवि इंतजामिया झुके, कैनेडी में मुशायरा रद्द।
शनिवार को अलीगढ़ (Aligarh News) मुस्लिम यूनिवर्सिटी में इंडिया मुशायरा होना था लेकिन छात्रों के विरोध के कारण इसे रद्द कर दिया गया।
इस मुशायरे का छात्र एक दिन पहले से ही विरोध कर रहे थे। जिसमें मुख्य अतिथि कार्यकारी कुलपति प्रोफेसर गुलरेज़ थे। छात्रों के भारी विरोध के चलते अमुवि इंतजामिया झुके, कैनेडी में मुशायरा रद्द।
दरअसल छात्रों का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति नहीं हुई है और छात्र नए कुलपति की नियुक्ति चाहते हैं। इसके अलावा छात्र संघ की पुनर्स्थापना न होना, पूर्व कुलपति द्वारा अगले कुलपति का चुनाव कराए बिना ही रातों-रात भाग जाना और कार्यवाहक कुलपति द्वारा अभी तक नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया शुरू न करना भी शामिल है। कुलपति का पद संभालने के बाद छात्रों में नाराजगी है। प्रमुख कारण हैं।
छात्रों ने एक दिन पहले लाइब्रेरी कैंटीन में आम सभा की बैठक की थी और सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि इस मुशायरे का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा। यूनिवर्सिटी इंतजामिया भी पूरी कोशिश कर रहा था कि यह मुशायरा हर हाल में हो। एएमयू परिसर में यह भी अफवाह थी कि एएमयू इंतजामिया पुलिस बल का प्रयोग कर सकता है, लेकिन इन तमाम अफवाहों के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और वे बहिष्कार के फैसले पर अड़े रहे। मुशायरा रद्द होने के बाद छात्रों ने लाइब्रेरी में जश्न मनाया और नमाज भी पढ़ी।
दरअसल छात्रों का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति नहीं हुई है और छात्र नए कुलपति की नियुक्ति चाहते हैं। इसके अलावा छात्र संघ की पुनर्स्थापना न होना, पूर्व कुलपति द्वारा अगले कुलपति का चुनाव कराए बिना ही रातों-रात भाग जाना और कार्यवाहक कुलपति द्वारा अभी तक नए कुलपति के चयन की प्रक्रिया शुरू न करना भी शामिल है। कुलपति का पद संभालने के बाद छात्रों में नाराजगी है।
छात्रों ने एक दिन पहले लाइब्रेरी कैंटीन में आम सभा की बैठक की थी और सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि इस मुशायरे का पूरी तरह से बहिष्कार किया जाएगा। यूनिवर्सिटी इंतजामिया भी पूरी कोशिश कर रहा था कि यह मुशायरा हर हाल में हो। एएमयू परिसर में यह भी अफवाह थी कि एएमयू इंतजामिया पुलिस बल का प्रयोग कर सकता है, लेकिन इन तमाम अफवाहों के बावजूद छात्रों का मनोबल नहीं टूटा और वे बहिष्कार के फैसले पर अड़े रहे। मुशायरा रद्द होने के बाद छात्रों ने लाइब्रेरी में जश्न मनाया और नमाज भी पढ़ी।
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