पंजाब को कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे अनुभवी और राजनीतिक रूप से जानकार नेता की जरूरत है
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़/अमृतसर :
सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीश तिवारी ने अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंजाब में सीमा पार से नशीले पदार्थों और हथियारों की निरंतर आपूर्ति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार पंजाब सीमा से ड्रोन की तस्करी को रोकने के लिए ड्रोन स्टॉप तकनीक स्थापित करे। उन्होंने कहा कि उन्होेंने इस संबंध में अपने स्तर पर केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है। अफगानिस्तान की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए तिवारी ने कहा कि तालिबान की वापसी ने हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में अलगाववादी ताकतों को एक बड़ा प्रोत्साहन दिया है और यह हमारे सीमावर्ती राज्यों विशेषकर पंजाब और जम्मू-कश्मीर को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है। तिवारी ने कहा कि यह लगातार भारत में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है और पिछले दो साल से ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियार आ रहे हैं। उन्होंने कहा हालांकि हमारे बलों ने इनमें से बड़ी मात्रा में बरामद किया है, लेकिन आशंका है कि कई ड्रोन अपने लक्ष्य में सफल हो गए होंगे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रशंसा करते हुए तिवारी ने कहा कि वर्तमान पंजाब सरकार ने केंद्र के नकारात्मक रवैये और कोरोना संकट के बावजूद पंजाब को आर्थिक रूप से सक्षम तो रखा है लेकिन इस प्राकृतिक आपदा के दौरान पंजाब को बचाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने आरडीएफ और जीएसटी के पैसे रोककर पंजाब को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की लेकिन मुख्यमंत्री के नेतृत्व में केंद्र की रुकावटों का पंजाब पर कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गंभीर और अनुभवी हैं और पंजाब को आने वाले चुनावों में एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो पंजाब के मुद्दों को संबोधित करते हुए अपनी जाति की राजनीति को दांव पर लगाने से नहीं हिचकिचाएगा। तिवारी ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह में ये सभी गुण थे। इससे पहले तिवारी ने स्वर्ण मंदिर और दुर्गियाना मंदिर में माथा टेका। यात्रा के दौरान उन्होंने भारत के विभाजन पर एक संग्रहालय का भी दौरा किया और लगभग एक घंटे तक दर्दनाक कहानी पढ़ी।