India News UP (इंडिया न्यूज), Ayodhya: रामपथ में हुई लापरवाही की जांच के लिए समिति का गठन हो गया है। मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि संबंधित विभागों की एक समिति गठित की गई है, समिति सभी सीवेज चैंबर और गढ़ो के निर्माण में हुई गड़बड़ियों की जांच करेगी। 15 दिनों के अंदर ही अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। मंडलायुक्त ने कहा कि राम पथ करीब 14 किलोमीटर लंबा है और इसका निर्माण मानकों के अनुसार ही किया गया है।
मंडलायुक्त ने कहा कि अधिक बारिश के कारण यह समस्या हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो सालो में पूरी अयोध्या में करीब 5000 से अधिक सीवर चैंबर बनाए गए हैं, जिनमें से सिर्फ आठ या नौ स्थानों पर ही ऐसी समस्या हुई है,राज्य सरकार ने रामपथ बनाने वाले अहमदाबाद के ठेकेदार ‘भुवन इंफ्राकॉम प्राइवेट लिमिटेड’ को नोटिस भेज दिया है। सरकार ने अयोध्या में राम पथ के कई हिस्सों में सड़क धंसने और पानी भर जाने के कारण छह अधिकारियों को भी ससपेंड कर दिया।
फैजाबाद से चुने गए सांसद अवधेश प्रसाद ने अयोध्या में राम पथ और सड़क के नीचे बिछी सीवर लाइन के में हुई लापरवाही की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। अवधेश प्रसाद ने कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है, राम के नाम पर लूट हुई है। इसमें कितने लोग शामिल हैं, इसका कौन जिम्मेदार है, सब कुछ साफ़ होना चाहिए।गिने चुने लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई काफी नहीं है। राम पथ के निर्माण में बहुत लोग शामिल हैं। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद राम पथ के किनारो और गलियों में पानी भर गया है। यही नहीं सड़क के किनारे लगे घरों में भी पानी घुस गया था। राम पथ के कई हिस्से भी नीचे जमीन में धंस गए है।