India News (इंडिया न्यूज), Ayodhya News: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य युद्ध स्तर से अपने लक्ष्य की ओर है। गर्भ ग्रह का निर्माण कार्य लगभग 90 फ़ीसदी पूरा हो चुका है।वहीं 2024 मकर संक्रांति के आसपास तक रामलला को उनके गर्भ ग्रह में विराजमान करा दिया जाना है। ऐसे में अयोध्या को पर्यटन स्तर पर भी सजाने संवारने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
वहीं अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं, की सुविधा को देखते हुए अयोध्या में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अयोध्या में बन रहे ‘अंतरराष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट’ का काम भी तीव्र गति से अपने लक्ष्य की ओर है।
821 एकड़ में बन रहे इस अंतरराष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट को तीन फेज में बनाया जाना है। पहले फेज़ के रनवे का काम लगभग 90 फ़ीसदी पूरा हो चुका है। वहीं पहले फेज के टर्मिनल बिल्डिंग का काम भी 60 फ़ीसदी पूरा हो चुका है। पहले फेज़ का निर्माण कार्य लगभग 331 एकड़ पर हो रहा है। 2250 मीटर लंबे रनवे को लगभग 60 मीटर है।
पहले फेज का काम इसी साल के जुलाई-अगस्त तक पूरा कर लिया जाना है। इसी के साथ ही लाइसेंसिंग की प्रक्रिया भी निर्माण कार्य के समानांतर चल रही है। अगस्त माह तक काम पूरा हो जाने के बाद एक 2 महीने का समय लग सकता है ऐसे में देश दुनिया के करोड़ों राम भक्तों को इस दीपोत्सव तक अयोध्या इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सौगात मिल सकती है।
अयोध्या एयरपोर्ट पर आने वाले पर्यटकों को अयोध्या की संस्कृति का आभास हो सके, अयोध्या पहुंचने पर राम भक्त राममय हो सके, इसके लिए बन रहे एयरपोर्ट के अंदरूनी दीवारों को रामकथा को दर्शाते हुए भगवान राम के चरित्र को दर्शाते हुए चित्रों से सजाया जाएगा। दीवारों का रंग रोगन होगा, अयोध्या को मिल रही इस सौगात से अयोध्या के संतों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। अयोध्या के संत दिवाकर आचार्य कहते हैं कि अयोध्या में एयरपोर्ट निर्माण के बाद सनातन संस्कृति से दुनिया को जोड़ने का एक अहम कदम होगा।
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