Bageshwar News: उत्तराखंड के कांडा स्थित मां कालिका मंदिर क्षेत्र में चल रही खुदई का दुष्प्रभाव दिखने लगा है। मंदिर का एक हिस्सा नींव पर दरार के कारण झुकने लगा है और मां काली की मूर्ति भी करीब 2 इंच खिसक गई है। जिलाधिकारी ने मंदिर पहुंचकर निरीक्षण किया और लोडर मशीनों से खड़िया खनन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही भू-विज्ञानियों को जांच कराने के आदेश दिए हैं।
कल के दिन डीएम के मंदिर पहुंचने पर पुजारी से बातचीत की तो उन्होंने ने बताया कि क्षेत्र में अवैध खड़िया खनन चल रहा है। इससे मकानों को भी खतरा पैदा हो रहा है। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि सुरक्षा उपाय करने के साथ ही और भू-विज्ञानियों से जांच कराई जाएगी। इस मंदिर की स्थापना शंकराचार्य ने 10वीं शताब्दी में की थी। बाद में आपसी सहयोग से लोगों ने मंदिर बनाया और फिर पर्यटन विभाग ने मंदिर को भव्य स्वरूप दिया।
जब प्रशासन ने यहां खुदाई की अनुमति दी तो आम लोगो ने इसका विरोध भी किया था। कुछ लोगो ने बताया कि लगभग 2 साल पहलें मंदिर की नींव में दरार दिखने पर तहसील प्रशासन को सूचना भी दी गई, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
अब मंदिर के पुजारी रघुवीर ने माता की मूर्ति को खिसका देखा और मंदिर का एक हिस्सा झुकने लगा तो भक्त चिंतित हो गए। उन्होंने मुख्यमंत्री, पर्यटन मंत्री को भी पत्र भेजकर ऐतिहासिक धरोहर को बचाने की अपील की है।
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