India News (इंडिया न्यूज), Barabanki News: बाराबंकी के कुंवर दिव्यांश सिंह को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) से सम्मानित किया गया है। दिव्यांश को यह पुरस्कार पांच साल पहले 30 जनवरी 2018 को अपनी बहन समृद्धि समेत नौ स्कूली बच्चों को सांड़ के हमले से भिड़कर जान बचाने के लिए दिया गया है। उस दौरान सांड़ के हमले से बच्चों को बचाते हुए कुंवर दिव्यांश सिंह के दाहिना हाथ में चार जगह फ्रैक्चर भी हो गए थे। उस समय कुंवर की इस बहादुरी की चर्चा पूरे प्रदेश में हुई थी।
साल 2021 और 2022 में कोविड-19 के चलते दिव्यांश को भौतिक रूप से सम्मानित नहीं किया जा सका था, इसलिए अब उसे राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा के द्वारा यह सम्मान दिया गया। इससे पहले भी दिव्यांश को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, पूर्व राज्यपाल रामनाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मानित कर चुके हैं।
दरअसल कुंवर दिव्यांश को इससे पहले भी 2018 में राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद द्वारा ‘रानी लक्ष्मीबाई वीरता’ पुरस्कार मुख्यमंत्री द्वारा दिया जा किया जा चुका है। वहीं साल 2019 में जीवन रक्षा पदक और आईसीडब्ल्यू के द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। दिव्यांश सिंह देश, राज्य और जिला स्तर पर 2018 और 2019 में इंस्पायर एवार्ड पा चुके हैं। इसके अलावा राज्य स्तरीय साइंटिफिक इनोवेटिव एवार्ड 2019, यंग चाइल्ड एवार्ड फॉर साइंटिफिक इनोवेशन 2018 के साथ दो दर्जन से अधिक पुरस्कार पाकर दिव्यांश बाराबंकी जिले का नाम रोशन कर चुके हैं।
वहीं प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (पीएमआरबीपी) से सम्मानित होने के बाद कुंवर दिव्यांश सिंह ने कहा कि जिस समय सांड ने उनकी बहन और दूसरे लोगों पर हमला बोला था। उस समय मेरे सामने करो या मरो की स्थिति थी। मैंने सब कुछ भूलकर सभी की जान बचाई। उन्होंने कहा कि हम सभी को खुद से पहले दूसरों के बारे में सोचना चाहिये। वहीं दिव्यांश के पिता प्रो. डॉ. डीबी सिंह भी पुत्र को मिले सम्मान पर काफी खुशी जताई। बड़े-बड़े लोग ऐसा करने से कतराते हैं, लेकिन उनके छोटे से बच्चे ने सभी की जान बचाई और उन्हें रेस्क्यू किया। इस तरह के अवार्ड से बच्चों का मनोबल बढ़ता है और दूसरे भी देखकर मोडिवेट होते हैं।
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