Barabanki: बाराबंकी जनपद के लोनीकटरा क्षेत्र में करीब एक माह से बीमार चल रहे 75 वर्षीय हाथी का निधन हो गया। निधन के बाद हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। ग्रामीणों ने हाथी का दांत निकालने का आरोप लगाकर टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस दौरान अधिकारियों और डॉक्टरों ने भागकर जान बचाई। वहीं ग्रामीणों के हत्थे चढ़े वन विभाग के दो कर्मचारियों को पीट दिया। हालांकि बाद में कई थानों की पुलिस की मौजूदगी में हाथी को दफन कराया गया। एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
लोनीकटरा थाना क्षेत्र के नेवाजगंज निवासी महंत हरिनाम दास के आश्रम पर पिछले कई दशकों से रह रहे मोती हाथी की बुधवार को मौत हो गई थी। हाथी पिछले एक माह से बीमार चल रहा था। मथुरा जनपद से आई डॉक्टरों की टीम हाथी का इलाज कर रही थी। इलाज के दौरान हाथी को बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई। इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया था कि हाथी की उम्र ज्यादा हो गई है इसलिए दवा का असर नहीं हो रहा है, इसलिए हाथी को नहीं बचाया जा सका।
हाथी की मौत के बाद बृहस्पतिवार को सीवीओ डॉ। जेएन पांडेय के नेतृत्व में कई डॉक्टर और प्राणि उद्यान के वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ। ब्रजेंद्र मणि यादव हाथी का पोस्टमार्टम करने गए थे। पोस्टमार्टम के बाद हाथी दांत की नाप लेने के दौरान महावत संतराम ने दांत निकालने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। एक सुरक्षा कर्मी ने उसे थप्पड़ मारते हुए धक्का दे दिया। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। टीम ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। वन विभाग द्वारा चीरा लगाने व चमड़ी उतारने के लिए बुलाए गए कमलेश व लल्लू निवासीगण पांचू का पुरवा को ग्रामीणों ने पीटकर जख्मी कर दिया।