India News (इंडिया न्यूज़), Bareilly News: बरेली के आंवला स्थित ईसाई मिशनरीज के एक नामचीन स्कूल होली फैमिली कॉन्वेंट स्कूल में बच्चों को रक्षाबंधन बनाने से रोक दिया गया। जब स्कूल में बच्चे एक दूसरे को राखी बांधने लगे तो स्कूल प्रबंधन ने सभी बच्चों के हाथ की राखियां खुला दी और कलावा भी खुलवा दिया। इसकी जानकारी जैसे ही बच्चों के पेरेंट्स और हिंदू संगठनों को लगी तो हड़कंप मच किया। सभी ने स्कूल पहुंचकर हंगामा कर दिया और जमकर नारेबाजी की।
हंगामे और गहमागहमी की ये तस्वीरे आंवला के होली फैमिली कॉन्वेंट स्कूल की है, जहां बच्चे एक दूसरे को राखी बांधकर रक्षा बंधन का त्योहार मना रहे थे। बच्चो को राखी बांधते देखते ही वहां की टीचर आग बबूला हो गई। मानो कोई बहुत बड़ी गलती बच्चों ने कर दी हो। जिसके बाद टीचर ने बच्चों को डांटा और जितने बच्चे राखी और कलावा बांधे हुए थे वो खुलवा दिया गए।
बच्चे जब छुट्टी होने पर घर पहुंचे तो उन्होंने अपने पेरेंट्स को सारी बात बताई। जिसके बाद ये बात आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। अगले दिन जैसे ही स्कूल खुला तो अभिभावक, हिंदू संगठन और एवीबीपी के लोग स्कूल पहुंच गए। हंगामे की खबर लगते ही मौके पर आंवला थाने की पुलिस भी पहुंच गई।
वही स्कूल पहुंचे हिंदू संगठनों और एवीबीपी के नेताओ का कहना है की ये ईसाई मिशनरीज का स्कूल है, जिस वजह से यहां पर टीका लगाने, जय श्री राम बोलने, राखी और कलावा बांधने का विरोध होता है। इन नेताओ का कहना है की हिंदुस्तान में सभी धर्मो का सम्मान होता है लेकिन अगर हिंदू धर्म और त्योहारों का सम्मान नही होगा तो ये बिल्कुल भी बर्दास्त नही होगा।
वहीं मामले के तूल पकड़ते ही स्कूल प्रबंधन ने अपनी गलती मानी और लिखित में माफीनामा भी स्कूल प्रबंधन की ओर से दिया गया। जिसके बाद बच्चों ने एक दूसरे के स्कूल में ही राखी बांधी। फिलहाल इस मामले में स्कूल प्रबंधन द्वारा अपनी गलती की माफी मांगने के बाद मामला शांत हो गया है और किसी तरह की शिकायत भी आला अधिकारियों से नही की गई है।