Gorakhpur
इंडिया न्यूज, गोरखपुर (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश के गोरखपुर विश्वविद्यालय में बीयर और शराब की बोतलें मिली हैं। इसको लेकर छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन का घेराव कर दिया। विश्वविद्यालय परिसर में यह घटना पहली बार नहीं हुई है। छात्रों का कहना है कि परिसर नशेड़ियों का अड्डा बनता जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रसाशन मौन है। जो कि चिंता का विषय है। इस घटना पर छात्रों में आक्रोश व्याप्त है। अलग-अलग छात्र संगठनों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
शराब की बोतलें विश्वविद्यालय परिसर में कैसे आईं: कुलदीप
इस घटना पर एबीवीपी संगठन के कुलदीप तिवारी ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में इस प्रकार की अनाधिकृत सामग्री का मिलना विश्वविद्यालय के प्रति अकर्मण्यता को प्रदर्शित करता है। ये छात्र को किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। कुलदीप तिवारी ने कहा कि आखिर शराब की बोतलें विश्वविद्यालय परिसर में कैसे आईं। यह परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। कल कोई हथियार लेकर भी आ जाए, तो जिम्मेदारी किसकी होगी। छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी करने पर धरना दिया था, फिर धरना देंगे।
पिछले एक महीने से पत्र लिख रहे कुलपति: प्रतीक
समाजवादी छात्र सभा और अध्यक्ष पद के प्रत्याशी प्रतीक तिवारी ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में बीयर की बोतलें मिल रही हैं। प्रशासन कर क्या रहा है। आए दिन रिजल्ट में गड़बड़ी कर रहे हैं। कोई नियम तो हैं ही नहीं। छात्रों को परेशान किया जाता है। चुनाव तक कराया नहीं जा रहा है। इतना धरना प्रदर्शन किया, लेकिन पिछले एक महीने से कुलपति पत्र ही लिख रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सोमरस का पान कर कौन रहा है।
नियंता व विशेष कार्यपालक दंडाधिकारी प्रो. गोपाल प्रसाद ने कहा कि इस अभद्रतापूर्ण आचरण के लिए पूरे मामले की एक सप्ताह में न्यायिक जांच के लिए कुलपति ने आदेश दिया है। इसमें जज की अध्यक्षता में पुलिस अधिकारी और नियंता सदस्य होंगे।
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