इंडिया न्यूज, भदोही (Uttar Pradesh)। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में रविवार की रात दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक दुर्गा पूजा पंडाल में आग लगने से 5 की झुलसकर मौत हो गई। मृतकों तीन एक ही परिवार के हैं। 67 लोग झुलसे हैं। झुलसने वालों में महिलाएं और बच्चों की संख्या ज्यादा है। सभी को वाराणसी रेफर किया गया है। प्राथमिक जांच में आग लगने का कारण हाइलोजन लाइट के गर्म होकर आग पकड़ने से पाया गया है।
दरअसल, औराई कोतवाली से कुछ दूरी पर नरथुआं गांव है। यहां नवरात्रि में दुर्गा पूजा पंडाल बनाया गया है। रविवार की रात करीब 8 बजे आरती हो रही थी। करीब 150 से ज्यादा लोग आरती में शामिल थे। पंडाल में डिजिटल शो चल रहा था। इसी दौरान अचानक आग लग गई। इसके बाद पंडाल में भगदड़ मच गई। देखते ही देखते पूरा पंडाल धू-धूकर जलने लगा। तेज लपटें उठने लगीं। इस बीच कई लोग आग में फंस गए।
गांववालों ने रेस्क्यू शुरू किया और प्रशासन को सूचित किया। डीएम-एसपी व अन्य अधिकारी और दमकल टीम मौके पर पहुंच गई। डीएम गौरांग राठी और एसपी डॉ. अनिल कुमार मौके पर बचाव कार्य की निगरानी करते और जरूरी निर्देश देते रहे। बाद में एडीजी जोन रामकुमार और विंध्याचल कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र भी पहुंचे। डीएम के मुताबिक, आशंका है कि शार्ट सर्किट से आग लगी है। दमकल टीम ने एक घंटे में आग पर काबू पाया।
इस हादसे में पुरुषोत्तमपुर गांव की रहने वाली जय देवी और उनके दो नातियों की झुलसकर मौत हो गई। जय देवी अपने परिवार के कई सदस्यों के साथ दुर्गा पूजा पंडाल में गई हुई थीं। उसी दौरान पंडाल में आग लग गई इस हादसे में जय देवी और उसके दो नातियों की मौत हो गई है। पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। बड़ी संख्या में लोग मृतकों के परिजनों के घर पहुंच कर सांत्वना दे रहे हैं। जय देवी के पति ने बताया कि उनकी पत्नी के साथ उनकी तीन बहू, बच्चे दुर्गा पूजा पंडाल में गई थी।
मृतकों में अंकुश सोनी (10), जया देवी (45), आरती चौबे (48), हर्ष वर्धन (8) और नवीन (10 ) शामिल है। मृतक अंकुश का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह उनके परिजनों द्वारा कर दिया गया है। सोमवार सुबह जिला प्रशासन ने झुलसने वालों की संख्या 67 बताई है। मृतक अंकुश सोनी गांव जेठूपुर औराई का रहने वाला है। अंकुश की मौत भदोही में जबकि चार की मौत अस्पताल में उपचार के दौरान हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने जिला प्रशासन से हादसे की जानकारी ली है। एडीजी जोन रामकुमार ने कहा कि हादसे की जांच के लिए पुलिस-प्रशासन और फोरेंसिक एक्सपर्ट की संयुक्त टीम गठित की जा रही है। घटना के कारण और लापरवाही के आरोपों की जांच की जाएगी। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। घटना की जांच के लिए एडीजी राम कुमार ने चार सदस्य एसआईटी गठित कर दी है। इसमें अपर जिलाधिकारी(वि/रा), अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाईडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं।