इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Sawan 2022)। पवित्र सावन का महीना शुरू हो गया है। इस माह में भगवान शिव यानी भोलेनाथ की पूजा होती है। इस माह पूजन-पाठ से सदाशिव अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इन दिनों शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, चंदन, अक्षत, शमीपत्र आदि अनेक शुभ वस्तुएं चढ़ाने से भगवान शंकर जल्दी प्रसन्न होते हैं। कुछ चीजें शिवजी की पूजा में वर्जित हैं, जिनके उपयोग से भगवान नाराज हो जाते हैं।
शिवलिंग पर कभी केतकी के फूल को अर्पित नहीं किया जाएगा। इसी श्राप के बाद से शिव को केतकी के फूल अर्पित किया जाना अशुभ माना जाता है। भगवान शिव की पूजा में तुलसी दल का प्रयोग वर्जित माना गया है। शिव जी को कभी भी हल्दी नहीं चढ़ाना चाहिए। कभी भी शंख से शिवजी को जल अर्पित नहीं किया जाता है। सिंदूर से भगवान शिव की सेवा करना अशुभ माना जाता है।
भगवान शिव पर अखंड और धुले हुए साफ़ चावल चढ़ाने से उपासक को लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। टूटा हुआ चावल अपूर्ण और अशुद्ध माना गया है इसलिए यह शिव जी को नही चढ़ता। शिवलिंग की उपासना में तिल को अर्पित करना भी वर्जित माना गया है। ऐसे में भूलकर भी तिल को भगवान शिव की पूजा-आराधना में प्रयोग नहीं करना चाहिए।
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