India News(इंडिया न्यूज़), Brij Bhushan Sharan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ के विवादास्पद चुनाव जीतने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में संजय सिंह ने इसे झूठ पर सच्चाई की बड़ी जीत बताया है। शीर्ष पहलवानों से यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना करने वाले भाजपा सांसद और पूर्व कुश्ती निकाय प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह का जिक्र करते हुए संजय सिंह ने कहा कि ऐसे व्यक्ति की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का प्रयास किया गया जिसका चरित्र बेदाग था।
डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद पर जीत के बाद संजय सिंह ने कहा, यह देश के उन हजारों पहलवानों की जीत है जिन्हें पिछले सात से आठ महीनों में हार का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही कुश्ती महासंघ के अंदर चल रही राजनीति को लेकर संजय सिंह ने कहा, हम राजनीति का जवाब राजनीति से देंगे और कुश्ती का जवाब कुश्ती से। भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा- कुश्ती के लिए कैंप लगाए जाएंगे, जिन्हें कुश्ती करनी है वो कुश्ती कर रहे हैं, जिन्हें राजनीति करनी है वो राजनीति कर रहे हैं।
उन लोगों के बारे में पूछे जाने पर जो कहते हैं कि वह बृजभूषण के करीबी सहयोगी थे, नए कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ने कहा, “मैं निश्चित रूप से उनके करीब हूं। यह झूठ पर सच्चाई की बड़ी जीत है। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति के चरित्र को धूमिल करने की कोशिश की, जिसका चरित्र बेदाग है।
भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह वाराणसी के रहने वाले हैं और आरएसएस से भी जुड़े हैं। वह डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के बहुत करीबी सहयोगी हैं। जबकि संजय सिंह के पैनल के सदस्यों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) में अधिकांश पदों पर जीत हासिल की है। उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय को 40 वोट मिले जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी पूर्व राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण को केवल सात वोट मिले।
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