India News (इंडिया न्यूज), Rinki Upadhyay, Agra : आगरा जिला अस्पताल में दलालों की पैठ पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया है। उन्होंने सीएमओ को आदेश दिए हैं कि चार दिन में जांच पूरी करके कार्रवाई करें। अस्पताल में भर्ती मरीज ने ही उनसे शिकायत की थी।
इंडिया न्यूज संवाददाता रिंकी उपाध्याय की रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय से जिला अस्पताल में दलालों के कारनामे सामने आ रहे हैं। हद यह कि दलाल डॉक्टरों पर भी हावी हैं और उनकी कुर्सियों के बगल में बैठते हैं। डॉक्टरों से मनचाही दवाओं के ब्रांड लिखवाते हैं। यह घटना कई बार सामने आ चुकी है। बीते दिनों एक सरदार को डॉक्टर के बगल में बैठकर दवाएं लिखवाते पकड़ा गया था। बाद में पता चला कि वह एक स्थानीय जनप्रतिनिध का करीबी है। इसलिए अस्पताल में उसकी चलती है। सभी विभागों के डॉक्टरों से वह मनचाही फार्मास्युटिकल कंपनियों की दवाएं लिखवाता है। गरीब मरीजों को अस्पताल से नहीं, बाहर से दवा खरीदनी पड़ती है।
ताजा मामले में अस्पताल के मरीज अरशद ने डिप्टी सीएम तक शिकायत पहुंचाई है। कहा है कि अस्पताल के हर विभाग पर दलालों का कब्जा है। इस पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को चार दिनों में जांच पूरी कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। अस्पताल में खून, पेशाब की जांच करने वाले भी आते हैं। ये लोग रैपिड किट से जांच करते हैं। सूत्रों के मुताबिक निजी पैथोलाजी के ये एजेंट एक जांच के 200 रुपये वसूलते हैं। इसमें 100 रुपये का शेयर अस्पताल के लोगों का होता है। यह डॉक्टर या पैरा मेडिकल कर्मचारी हो सकते हैं। पूर्व में ऐसे मामले पकड़े गए।
अस्पताल के चारों ओर मेडिकल स्टोर्स की भरमार है। यहां मरीजों का तांता लगा रहता है। अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक के मुताबिक स्टोर में सभी दवाएं उपलब्ध हैं। फिर भी हर पर्चे पर लिखी पांच में से दो दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। केमिस्ट के एजेंट और डाक्टरों की मिलीभगत है। उनको इससे कमीशन मिलता है।
Read more: 1 अक्टूबर से रेलवे नया टाइम-टेबल करेगा जारी, आगरा कैंट-अहमदाबाद को नियमित करने का प्रस्ताव