इंडिया न्यूज, आगरा:
Chait Navratri 2022 चैत्र नवरात्रि की शुुरूआत शनिवार से हो रही है। श्रद्धालु नौ दिन तक मां दुर्गा के शक्ति अवतार की आराधना करेंगे। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी। माता नवदुर्गा के लिए घटस्थापना सुबह 6:22 बजे से दो घंटे नौ मिनट तक शुभ रहेगी। मां का आगमन अश्व यानी घोड़े पर होगा।
चैत्र माह की शुरूआत वैसे तो एक अप्रैल सुबह 11:54 बजे से हो गई है, जो दो अप्रैल सुबह 11:57 तक रहेगी। इस दौरान घट स्थापना की जा सकती है। लेकिन मान्यता के अनुसार नवरात्रि में घट स्थापना उदया तिथि पर शुभ मानी जाती है।
पूर्व दिशा की ओर मुख करने से शक्ति और समृद्धि, जबकि दक्षिण दिशा में मुख करके पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है। ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा पूजा-पाठ के लिए श्रेष्ठ मानी जाती है। नवरात्रि पर माता की प्रतिमा या कलश स्थापना इसी दिशा में करनी चाहिए। नवरात्रि प्रतिपदा पर अखंड ज्योति जलाएं।
मां दुर्गा को लाल रंग प्रिय है। उन्हें इस रंग के वस्त्र, श्रृंगार की वस्तुएं, पुष्प आदि अर्पित करें। पूजन कक्ष के दरवाजे पर हल्दी, सिंदूर या रोली से दोनों ओर स्वास्तिक बनाएं, इससे नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करेंगी।
नवरात्रि का समापन 11 अप्रैल को होने जा रहा है। मां अपनी वापसी भैंसे पर करेंगी। यह भी संयोग है कि शारदीय नवरात्र 2020 और चैत्र नवरात्र 2021 में माता का आगमन घोड़े पर ही हुआ था। इस लिहाज से माता का आगमन अति शुभ और गमन अशुभ हो सकता है।
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