Chhath Puja 2022
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: बीते शुक्रवार को छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। आज इस महापर्व का तीसरा दिन है। यूपी में छठ महापर्व धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। छठ पूजा में सूर्यदेव और छठी मैया की उपासना का खास महत्व माना जाता है। छठ पूजा में के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाता है, जिसका बहुत महत्व है और कल उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। व्रती जल में खड़े रहकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगे।
छठ पर्व की तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने दिए निर्देश
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष स्वच्छ और सुरक्षित छठ के संदेश के साथ लोगों की आवश्यकताओं के अनुसार सभी प्रबंध किए जाने का निर्देश थे। कहा था कि 30 व 31 अक्टूबर को लोकआस्था का महापर्व छठ मनाया जाना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश व बिहार में इस पर्व की विशिष्ट परंपरा रही है। प्रयास होना चाहिए कि सभी व्रतधारी श्रद्धालुजनों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध हों।
36 घंटे रखा जाता है निर्जला व्रत
चार दिनों तक चलने वाले पर्व में 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा जाता है। यह पर्व पवित्रता और श्रद्धा का प्रतीक है। यह पर्व स्वच्छता के साथ प्रकृति को संरक्षित करने का संदेश देता है। अदरक, मूली, गाजर, हल्दी जैसी गुणकारी सब्जियों से अर्ध्य दिया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
प्रयागराज में छठ पूजा की धूम
संगम में स्नान के बाद डाला छठ व्रत रखने वाली महिलाएं पूजन कर रही हैं। यमुना के गऊघाट, बलुआघाट और गंगा के राम घाट पर भी स्नान, दान व पूजन का सिलसिला भोर से चल रहा है। यहां सूर्यास्त होने पर सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए हजारों लोग एकत्र होगें।
जानिए छठ पूजा का क्या है महात्व
हिन्दू धर्म में छठ पर्व को अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस पर्व से जुड़े नियमों का पालन करने से माता छठी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करती हैं। छठ पर्व पर सूर्य उपासना और माता छठी की पूजा की जाती है। संतान की प्राप्ति, संतान की दीर्घायु, पारिवारिक सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल प्राप्ति के लिए यह पर्व मनाया जाता है।