इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 24 अगस्त को समाप्त हो गया लेकिन आखिरी दिन भी सत्ताधारी भाजपा-जजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की बीच कई मुद्दों पर जमकर खींचतान हुई। कांग्रेस ने कई मामलों पर बहस के दौरान सदन से एक दिन में दो बार वॉकआउट किया। कांग्रेस सदस्यों ने सदन में पेश किए गए भूमि अर्जन कानून में संसोधन और नकल रोकने के लिए पेश किए नए विधेयक को लेकर सदन से वाकआउट किया। वहीं ये भी बता दें कि तीन दिन तक चलते मानसून सत्र में कुल 11 विधेयक पास किए गए जिनमें भूमि अर्जन और पेपर के दौरान धांधली व लीकेज रोकने को लेकर पेश किए विधेयक खासी चर्चा में रहे। कांग्रेस ने पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को नहीं देने को लेकर वाक आउट किया तो दूसरी बार भूमि अर्जन विधेयक को लेकर वाक आउट किया।
किसानों के मुद्दे पर फिर उलझे स्पीकर और हुड्डा
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का मुद्दा भी निरंतर चर्चा में रहा। इस पर विपक्ष ने चर्चा शुरू की तो स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की है कि उनको धरने से उठाया जाए और रास्ता खुलवाया जाए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए हुड्डा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को कहा है कि वो किसानों के साथ बातचीत कर मुद्दे का समाधान करे।