इंडिया न्यूज, कानपुर:
Corona Virus नए वैरिएंट ओमिक्रोन से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। लोग कोरोना से बेफिक्र हैं। बिना मास्क लगाए और शारीरिक दूरी का पालन करे बाजारों, शापिंग माल, अस्पतालों एवं सड़कों पर घूम रहे हैं। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन पहले के डेल्टा वैरिएंट से आठ गुना तेजी से संक्रमण फैलाता है।
Corona Virus विशेषज्ञों द्वारा ओमिक्रोन पर किए गए शोध यह इशारा करते हैं कि अगर अभी नहीं चेते तो आगे मुश्किल बढ़ने वाली है। सावधान करने वाली एक बात यह भी है कि ओमिक्रोन संक्रमित 40-50 प्रतिशत मरीजों में लक्षण न होने से पता नहीं चल पाता है। ऐसे संक्रमित भीड़ में तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। इसलिए सख्ती से स्वयं कोविड प्रोटोकाल का पालन करें और दूसरों से भी कराएं। बेवजह भीड़-भाड़ में जाने से बचें।
विश्व में हुए शोध में बताते हैं कि डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन की संक्रमण दर आठ गुणा अधिक है। इसलिए देश में आधिकारिक आंकड़े चार हफ्ते में दो केस से 2135 हो गए। हकीकत में संख्या 10-15 गुणा अधिक है, क्योंकि अभी अपने यहां जीनोम सिक्वेंसिंग बहुत कम हो रही। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी के प्रोफेसर ने दावा किया है कि दिल्ली व मुंबई में केस की संख्या कम्यूनिटी स्प्रेड का संकेत है। इस हिसाब से फरवरी अंत तक पीक आने की संभावना है।
ओमिक्रोन का पीक आने पर रोजाना 16-20 लाख केस आएंगे। इनमें 60-70 हजार संक्रमितों को रोजाना भर्ती करने की जरूरत पड़ेगी। देश में ओमिक्रोन ने दो दिसंबर को दस्तक दी थी, जिसमें दो केस मिले थे। अब चार हफ्ते बाद यानी पांच जनवरी तक 2135 केस हो गए। ओमिक्रोन के 40-50 प्रतिशत मरीजों में लक्षण नहीं होते, जिससे संक्रमण का पता नहीं चलता और न जांच कराते हैं। ऐसे लोगों की जीनोम सिक्वेंसिंग भी नहीं होती है। यह जाने-अंजाने संक्रमण फैलाते रहते हैं।