Dengue in UP
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: उत्तर प्रदेश में डेंगू का कहर जारी है। इसको लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ कई बार बैठक की है। साथ ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। अब निजी अस्पताल के डाक्टर सिर्फ कार्ड टेस्ट के आधार पर डेंगू घोषित कर मरीजों का इलाज नहीं कर सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने कार्ड के बाद डेंगू की पुष्टि के लिए एलाइजा़ टेस्ट (एनएस-1) कराना अनिवार्य कर दिया है।
डेंगू में एलाइजा टेस्ट कराना अनिवार्य
विभागीय टीमें अस्पतालों में निरीक्षण करेंगी। डेंगू में एलाइजा टेस्ट न कराने पर अस्पतालों के संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकतर निजी अस्पतालों में केवल कार्ड टेस्ट के आधार पर मरीज को डेंगू घोषित कर इलाज किया जा रहा है। एलाइजा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं समझी जा रही। जबकि, सरकारी अस्पतालों से ज्यादा निजी अस्पतालों में डेंगू मरीज हैं, मगर विभाग के पास इसके सही आंकड़े नहीं हैं।
डेंगू मरीजों ने नहीं मिल पा रहे सही आंकड़े
बता दें कि सरकारी आंकड़ों के आधार पर ही विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू रोधी कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में सही आंकड़े न होने पर हर क्षेत्र में यह व्यवस्था नहीं हो पा रही है। जनपद में अब तक करीब दो हजार डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है।
सीएमओ कार्यालय को रोजाना भेजनी होगी दैनिक रिपोर्ट
जिला मलेरिया अधिकारी रितु श्रीवास्तव ने बताया कि मरीजों की सही रिपोर्टिंग से डेंगू रोधी कार्रवाई और ज्यादा क्षेत्रों तक पहुंचेगी। एलाइजा टेस्ट अनिवार्य है।सीएमओ कार्यालय को प्रतिदिन भेजनी होगी दैनिक रिपोर्ट अस्पताल, निजी अस्पताल व प्रयोगशाला द्वारा पोर्टल पर दैनिक रूप से ब्योरा चढ़ाना होगा।
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