इंडिया न्यूज, लखनऊ
Diesel-Petrol Crisis : राजधानी में डीजल -पेट्रोल का संकट बना हुआ है। ग्राहकों को जरूरत भर का पेट्रोल या डीजल नहीं मिल पा रहा है। लखनऊ में दो प्रमुख कंपनियां पेट्रोल में 90 हजार लेकर एक लाख लीटर तक तथा डीजल में 70-80 हजार लीटर तक कटौती कर रही हैं। यही नहीं कंपनियों ने उधार तेल देने से भी मना कर दिया है। शहरी इलाकों के पम्पों पर मांग के मुताबिक ग्राहकों को तेल नहीं मिल पा रहा है। वहीं, ग्रामीण इलाकों में पेट्रोल और डीजल की किल्लत बनी हुई है। लखनऊ के एक बड़े पम्प के मालिक ने बताया कि कंपनियां अब सीधे पहले रकम मांग रही हैं। पहले आउट स्टैण्डिंग (उधार) पर माल मिल जाता है। अब कंपनिया ने उधार बंद कर दिया है। यही कारण है कि कई पम्पों के पास पैसा नहीं है। जितना पैसा है उतना ही तेल मंगवा रहे हैं। इस कारण कुछ पंपों पर दिक्कत है। (Diesel-Petrol Crisis)
तेल संकट को देखते हुए कई पेट्रोल पम्प हाथ खींच कर पेट्रोल व डीजल दे रहे हैं। टंकी फुल करने स बच रहे हैं। वहीं तेल कम्पनियों का दावा है कि डीजल पेट्रोल की आपूर्ति सामान्य है। सभी को उनकी डिमांड के अनुसार तेल मिल रहा है। जानकारों के अनुसार तेल कम्पनियां पेट्रोल पम्प के तेल कोटे में 15 से 20% की कटौती कर रही हैं। राजधानी में तीनों बड़ी तेल कम्पनियों को मिलाकर रोजाना पेट्रोल की खपत करीब 10.5 लाख लीटर और डीजल की खपत करीब 9.67 लाख लीटर के आस-पास है। इसमें से दो कम्पनियां 90 हजार लीटर से लेकर एक लाख लीटर के आसपास पेट्रोल और करीब 70 से 90 हजार लीटर डीजल की कटौती हो रही है।
(Diesel-Petrol Crisis)
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