इंडिया नयूज यूपी/यूके, लखनऊ: सोमवार को दीपावाली में देर शाम हुई आतिशबाजी के बाद उत्तर प्रदेश की आबो-हवा में भारी प्रदूषण देखने को मिला है। आतिशबाजी पीक पर होने से धूल-धुएं और गैसों के कण डार्क रेड जोन के करीब पहुंच गए। प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना दूभर हो गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार रविवार को कानपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 266 था लेकिन सोमवार को यह घटकर 174 पहुंच गया।
अतिशबाजी का 9 शहरों में ज्यादा प्रभाव
हालांकि केवल 02:30 घंटों के बाद ही किदवई नगर सेंटर पर 230, नेहरू नगर सेंटर पर एक्यूआई 205 और एनएसआई पर एक्यूआई 197 रहा। रात 12 बजे तीनों सेंटरों पर इसकी मात्रा 300 के नजदीक पहुंच गई जो रेड जोन में आती है। लखनऊ, बरेली, आगरा, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, प्रयागराज सहित यूपी के अन्य कई शहरों में आतिशबाजी से हवा का प्रदूषण बढ़ा रहा।
यह रहा एयर क्वालिटी इंडेक्स
सोमवार यानि 25 अक्टूबर 2022 की सुबह 7 बजे लखनऊ के लालबाग क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 207, आगरा के संजय पैलेस के पास 322, बरेली के सिविल लाइन्स क्षेत्र में 205, वाराणसी के मलदहिया इलाके में 180, प्रयागराज के नगर निगम क्षेत्र में 164, कानपुर के किदवईनगर क्षेत्र में 242, गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय क्षेत्र में 168, नोएडा के सेक्टर 116 में 349 और मेरठ के गंगानगर क्षेत्र में 253 पाया गया। इसमें सबसे खराब स्थिति नोएडा की पाई गई है।