इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। शुक्रवार को लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत पांच वर्ष से पोषण माह कार्यक्रम सफलतापूर्वक मनाया जा रहा है। इससे पहले शराब बेचने वाले पोषण आहार बांटते थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में इसकी शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान और भविष्य को कुपोषण से मुक्त करने का यह बेहद महत्वपूर्ण अभियान है।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि किशोरी, धात्री महिलाएं, माताएं सुपोषणयुक्त होंगी तो बच्चे भी स्वस्थ व सक्षम होंगे। इससे समाज और देश भी सशक्त होगा। जनपद के भ्रमण में मेरा लक्ष्य होता है कि स्वास्थ्य केन्द्र और स्कूल आंगनबाड़ी केंद्र जरुर जाऊं। सीएम ने कहा कि शिक्षित और स्वस्थ बच्चे ही मजबूत राष्ट्र का आधार होते हैं। बच्चों को उद्धरणों के माध्यम से बेहतर सिखा सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में शिशु-मृत्युदर को नियंत्रित किया गया। एनीमिया रोग को नियंत्रित किया गया। 2017 से पहले शराब बेचने वाले ही पोषण आहार बांटने का कार्य करते थे। मुझे आश्चर्य हुआ। मेरी सरकार ने ऐसे कॉकस को खत्म किया। योगी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को पौष्टिक आहार वितरण की जिम्मेदारी सौंपी। इसके परिणाम सकारात्मक रहे। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कोविड काल में भी अच्छा कार्य किया।
यह भी पढ़ेंः मकान की दीवार गिरने से नौ लोगों की मौत, लखनऊ के हजरतगंज में हुआ बड़ा हादसा