इंडिया न्यूज, गाजीपुर।
Eunuchs Created a Ruckus to Rescue : डोड़सर गांव में हत्यारोपी को छुड़ाने के लिए हिजड़ों ने मरदह थाना परिसर में जमकर हंगामा किया। साथ ही मरदह-कासिमाबाद मार्ग पर पथराव भी किया गया। इससे पुलिस के एक वाहन का शीशा टूट गया जबकि चार पुलिसकर्मियों और एक ग्रामीण को चोटें भी आईं। मुहम्मदाबाद सीओ के नेतृत्व में पीएसी के पहुंचने पर स्थिति नियंत्रण में हुई। मामले में सात हिजड़ों को गिरफ्तार किया गया है। डोड़सर गांव में ईंटों के विवाद में 21 फरवरी को राकेश यादव ने सिर पर राड से प्रहार करके बड़े भाई धर्मेंद्र यादव की हत्या कर दी थी।
मां विमली देवी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने राकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया था। इसके दूसरे दिन 12 हिजड़े थाने पहुंचे और पुलिस से राकेश को छोड़ने के लिए कहा। पुलिस ने उन्हें थाना परिसर से बाहर जाने के लिए कहा तो वे आक्रोशित हो गए। वहां से हंगामा करते हुए मरदह-कासिमाबाद मार्ग पर पहुंचे और पथराव करने लगे। आवागमन भी अवरुद्ध कर दिया। पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने कई लोगों के साथ दुर्व्यवहार भी किया।
थाना परिसर में खड़े थानाध्यक्ष के वाहन का शीशा तोड़ डाला। पथराव में कांस्टेबल बृजेश यादव, कंप्यूटर आपरेटर राहुल गुप्ता, चालक प्रमोद कुमार सिंह और विवेक कुमार पाठक को चोटें आई हैं। सूचना पर मुहम्मदाबाद सीओ रविंद्र वर्मा के नेतृत्व में मुहम्मदाबाद, बिरनो और कासिमाबाद की पुलिस के साथ एक कंपनी पीएसी मौके पर पहुंची और हिजड़ों को खदेड़ दिया। मामले में थानाध्यक्ष राजकुमार यादव की तहरीर पर शबनम, मुस्कान, कंचन, रूबी, विपाशा, काजल और बाबी के खिलाफ मुकदमा लिखा गया।
(Eunuchs Created a Ruckus to Rescue)
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