इंडिया न्यूज, अयोध्या: Fake Currency : नकली नोट चलाने के एक बड़े मामले का खुलासा अयोध्या में हुआ। पुलिस ने पांच सौ के नकली नोट चलाने के प्रयास में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच में पता चला कि यह नकली नोट वेस्ट बंगाल से लाते थे और अयोध्या और आस पास के इलाकों में खपाते थे। यह सभी नोट देखने में पांच सौ रुपये के वास्तविक नोटों की भांति ही हैं।
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने गुरुवार को मीडिया को इस पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में रौनाही के बभनियावां के सत्येंद्र सिंह, खिरौनी के सचिन सिंह, पूराकलंदर के दौलतपुर के कसान सहित सुल्तानपुर के कुड़वार अजुही के मोहम्मद स्वाले उर्फ नन्हें खां तथा लईक अहमद शामिल हैं, जिनके पास से 29 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं।
इन नोटों के बांग्लादेश से भारत में पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिसके पीछे भारत विरोधी तत्वों का हाथ है। इस मामले में एटीएस के बाद एनआईए का भी सहयोग लिया जाएगा।
गिरफ्तार हुए लईक और नन्हें खां नकली नोट के तस्कर हैं। सत्येंद्र, सचिन और कसान की मदद से यह लोग नकली नोट चलाने का कार्य करते थे। इनके अनुसार उन्होंने अयोध्या, अमेठी, अंबेडकरनगर व सुल्तानपुर में पांच-पांच सौ के नोट वाले चार से पांच लाख रुपये खपा दिए हैं। यहां पर रामनगरी में आकर यह एक बैंक में इसे जमा करने का भी प्रयास कर रहे थे, लेकिन बैंक कर्मियों की सतर्कता से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। इनसे पूछताछ के बाद अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी की गई तथा कुछ और नाम भी प्रकाश में आए हैं।
लईक और नन्हें पश्चिम बंगाल से 40 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट प्राप्त करते थे। यहां लाकर वह 50 से 70 हजार रुपये में इसे चलाने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को प्रदान करते थे।