इंडिया न्यूज़, उन्नाव:
Family Deny To Funeral Of Their Daughter: उन्नाव में करीब 2 महीने पहले गायब हुई 24 साल की एक दलित लड़की (Unnao Missing Dalit Girl Case) का शव गुरुवार को सपा (SP) नेता और पूर्व मंत्री के आश्रम के पास खाली पड़े प्लाट के गड्ढ़े में दबा मिला। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस युवती के शव का अंतिम संस्कार (Funeral) कराने के लिए जाजमऊ चंदन घाट पर लेकर पहुंची। लेकिन मृतका के परिवार ने अंतिम संस्कार नहीं होने दिया।
मृतका के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन के सामने अपनी कई मांगे रखीं। पीड़ित परिवार को एएसपी और सिटी मजिस्ट्रेट ने काफी समझने की कोशिश की लेकिन परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हुए। इस दौरान बड़ी संख्या में वहां पुलिस फोर्स मौजूद थी।
परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। परिजनों की मांग है कि बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की छत, 25 लाख रुपए व दोषियों को फांसी दी जाए। पिता व मां ने लिखित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट व एएसपी शशि शेखर सिंह को सौंपा है। उन्होंने लिखित आश्वासन देने की मांग की। पीड़ित परिवार की मांगो को देख अधिकारियों ने पैर पीछे कर लिए जिसके बाद परिजन दोबारा पोस्टमार्टम हाउस में ही धरने पर बैठ गए और शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
घाट पर मौजूद भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के लिए अजगैन, दही, माखी, उन्नाव और गंगाघाट कोतवाली की भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात थी। पुलिस मृतका का अंतिम संस्कार कराने जा रही थी लेकिन मृतका की मां रीता अंतिम संस्कार के लिए राजी नहीं हईं। उन्होंने पुलिस-प्रशासन से पोस्टमार्टम की रिपोर्ट मांगी। मृतका की मां की मांग पर पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी। लेकिन पीड़ित परिवार से रिपोर्ट को गलत करार देकर विरोध करना शुरू कर दिया। मृतका की मां का कहना है कि उनकी बेटी का गलत पोस्टमार्टम किया गया है।