India News (इंडिया न्यूज), आमोद तिवारी, Farrukhabad News : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के दौरे पर पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी पर करारा हमला बोला है, और सपा को चोर उचक्कों, माफियाओं और गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने वाली पार्टी बताया है । उन्होंने कहा कि जो अपने बाप का नहीं हुआ वह किसी का नहीं हो सकता ।
शहर के मोहल्ला तलैया फजल इमाम स्थित एक नेता के आवास पर पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मीडिया से बात करते हुए समाजवादी पार्टी पर करारा हमला बोला है ।
ओपी राजभर ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत बयान है । लोकसभा चुनाव में आपने देखा कि इस तरह के बयान आए थे जिसमें माननीय राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री जी को खुद आगे आकर माफी मांगनी पड़ी थी । और व्यक्तिगत बयान किसी पार्टी का बयान नहीं हो सकता ।
सपा पर पलटवार करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह 2017 का चुनाव हारे, 2019 का चुनाव हारे, 2022 का चुनाव हारे, जिला पंचायत का चुनाव हारे, नगर पंचायत का चुनाव हारे, तो हारने वाला दगा हुआ कारतूस ही होता है ।
जिस पर समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि दलबदलू तो उनके चाचा शिवपाल यादव भी है उन्होंने जब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाई थी । उसके बाद उनका पहला बयान आया था कि समाजवादी पार्टी में एक शकुनी है । जिसे इस इलाके के लोग चश्मा वाला बताते हैं । यह शिवपाल सिंह जी का ही बयान है और उन्होंने कहा था कि समाजवादी पार्टी में चोर उचक्के शामिल हो गए हैं, गरीबों की जमीन पर कब्जा करने वाले लोग शामिल हो गए हैं, सपा में शराब माफिया लोग हाभी हो गए हैं, यह शिवपाल जी का ही बयान है ।
और उन्होंने कहा कि नेताजी यानी मुलायम सिंह यादव का एक बयान हमने पढ़ा है । जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में मैं पहले नेता हूं जो मैंने अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाया है और हमारा बेटा जब हमारा नहीं हुआ और चाचा शिवपाल को मंत्री पद से हटा दिया और उनका नहीं हुआ तो देश में किसी का नहीं हो सकता है ।
उन्होंने कहा की लड़ाई उस बात की नहीं है चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार बनी और समाजवादी पार्टी ने पिछड़ों को नेता नहीं बनने दिया । बल्कि पिछड़ों का हक लूटा है और कहा कि आपकेफर्रुखाबाद में 14 थाने हैं जिनमें से किसी पर भी उन्होंने तमाम जातियां गिनाई उन जातियों का कोई थानाध्यक्ष तैनात नहीं रहा ।
उन्होंने कहा कि अखिलेश जी के कारनामे, शिवपाल सिंह के कारनामे और जो नेताजी नहीं रहे उनके कारनामे थे कि 25 का स्टाफ अगर सिपाही का है तो 8 से 10 अपने बिरादरी को बनाए हैं । और आज जाकर सामने सब कुछ दिख रहा है । उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि पिछड़ों के 27 परसेंट रिजर्वेशन का हक किसने लूटा है 5 साल अखिलेश जी ने लूटा ।
उन्होंने कहा कि 30 सितंबर 2013 को हाई कोर्ट ने कहा की जो 27 परसेंट पिछड़ों को आरक्षण मिल रहा है इसका लाभ कुछ जातियां उठा रही हैं । उत्तर प्रदेश सरकार बांटकर इसका सबको हिस्सा दे
हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कौन रहा अखिलेश यादव क्या किया उन्होंने और हाई कोर्ट के आदेश को भी नहीं माना । यह एक प्रमाण है और यह कोर्ट के आदेश की बात मैं कर रहा हूं । हम उनको चुनौती देते हैं कि उनके कार्यकाल में किसी नाई के बेटा को, किसी मलाह के बेटा को, निषाद के बेटा को, लोह के बेटा को, चौहान के बेटा को, बेनाह के बेटा को, केवट, राजभर बेटा को, उन्होंने तमाम पिछड़ी जातियों का उदाहरण दिया और कहा किसी को बता दें कि अपनी कलम से तैनात किए हो ।
उन्होंने कहा की कभी-कभी जानकर भी जहर खाया जाता है ।
उन्होंने कहा कि जब वह चार बार बसपा में गवर्नमेंट में मिनिस्टर रहे तब उनको कुछ नहीं पता लगा । और 5 साल भाजपा सरकार में मिनिस्टर रहे तब कुछ नहीं तब सब कुछ ठीक था और वह सत्ता के लिए परेशान है।
और उनको वहां पर लगाया गया है । समाजवादी पार्टी में जब तक वह समाजवादी पार्टी को रसातल में नहीं पहुंचा देंगे तब तक वहां से हटने वाले नहीं हैं ।
सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वहां पर उन्हें भेजा गया है । और समाजवादी पार्टी को रसातल में पहुंचाने के लिए । पहले बयान पर सपा में दो गुट हुए । विधायक और सांसद, नेता सामने आ गए मीडिया के सामने आकर बयान बाजी करने लगे । जिसमें अखिलेश यादव को हस्तक्षेप करना पड़ा । फिर दूसरे बयान पर डिंपल जी को सामने आना पड़ा । तीसरी बयान पर प्रोफेसर रामगोपाल जी व शिवपाल जी को आगे आना पड़ा ।
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