Fatehpur News
इंडिया न्यूज, फतेहपुर (Uttar Pradesh) । फतेहपुर जिले में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां जमीनी विवाद में भतीजे ने अपने ही चाचा को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया और उसके बाद उसके शव को जंगल में ले जाकर के कुएं में फेंक दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुएं से शव बरामद करते हुए हत्यारोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारे भतीजे ने कहा कि उसे कोई अफसोस नहीं हैं। उसका चाचा संपत्ति को नशे के लिए बेच रहा था।
मोहनी का पुरवा गांव निवासी रााजाराम पाल व रामआसरे पाल सगे भाई थे। 19 साल की उम्र में रामआसरे बिहार के औरंगाबाद चला गया था और वहीं पर मजदूरी करके बस गया था। उसके हिस्से के साढ़े तीन बीघा खेत पर भतीजा अशोक पाल कृषि कार्य करने लगा। सात साल पहले रामआसरे गांव लौट आया था और भतीजे से अपने हिस्से के खेत लेकर बटाई पर दे दिए थे।
रविवार की रात में अशोक चाचा रामआसरे के पास गया और संपत्ति बेचने को लेकर झगड़ा हो गया था। मंगलवार की सुबह घर से दौ मीटर दूर कुंए से बदबू आने पर ग्रामीणों ने देखा तो अंदर रामआसरे का रक्तरंजित शव पड़ा मिलने से सनसनी फैल गई। गांव आई पुलिस ने शव कुएं से बाहर निकाला और ग्रामीणों से पूछताछ के बाद आरोपित भतीजे आशेक को हिरासत में लिया।
थाना प्रभारी शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि पूछताछ में भतीजे अशोक ने चाचा की हत्या की कबूल की है। उसने बताया है कि रात में विवाद के बाद चाचा रामआसरे के सिर व शरीर में कुल्हाड़ी से कई प्रहार करके मार डाला और घर के बाहर से ताला लगाकर चला गया। सोमवार की रात में चाचा का शव घसीटकर पीछे स्थित कुएं में फेंक दिया था।
अशोक पाल की निशानदेही पर पुलिस ने कुएं से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली। उसने बताया कि पिछले वर्ष चाचा ने 18 बिस्वा खेत बेचकर रुपये नशेबाजी में बर्बाद कर दिये। अब बाकी बचे पुश्तैनी ढाई बीघा खेत व मकान भी बेचना चाहता था। इसी वजह से चाचा की हत्या कर दी, जिसका तनिक भी अफसोस नहीं है। थाना प्रभारी ने बताया कि गांव के चौकीदार विवेक कुमार पासवान की तहरीर पर चाचा की हत्या में भतीजे अशोक पाल पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: इस जिले में अंधेरा होते ही होती है पत्थरों की बारिश, कई लोग हो चुके हैं घायल