Fatehpur
इंडिया न्यूज, फतेहपुर (Uttar Pradesh)। यूपी के फतेहपुर जिला अस्पताल में इलाज के बाद ऑपरेशन करना हो तो डॉक्टर को पैसा देना पड़ता है और न देने पर मरीज की मौत। ऐसा ही एक मामला जिला अस्पताल में देखने को मिला, जहां पथरी के ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टर पर 10 हजार रुपए लेने का आरोप लगा है। साथ ही ऑपरेशन के पांच दिन बाद महिला मरीज की मौत भी हो गई। परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा किया और डॉक्टर पर गलत इलाज का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। मौके पर पहुची पुलिस ने परिजनों को शांत करा शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीएमएस ने डॉक्टर के खिलाफ जांच बैठा दी है।
8 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती हुई थी महिला
जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के उत्तरी खेलदार मोहल्ला की नौशाद की 55 वर्षीय पत्नी जरीना को पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए 8 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर अदिति ने 14 दिसंबर को ऑपरेशन किया। उसके बाद 18 दिसंबर की शाम को महिला मरीज की मौत हो गई। मृतक की बहन नगीना ने डॉक्टर पर गलत ऑपरेशन और 10 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया। महिला मरीज की मौत बाद परिजनों ने जमकर हंगामा कटाना शुरू कर दिया।
जिला अस्पताल में हंगामा की सूचना पर पहुंचे अस्पताल चौकी प्रभारी ने परिजनों को समझने का प्रयास किया, लेकिन परिजन डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते रहे। देर रात जब सीएमएस डॉक्टर पीके सिंह ने दो डॉक्टरों की टीम से ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर अदिति के खिलाफ जांच का आदेश दिया तो परिजन पोस्टमार्टम कराने को राजी हुए।
डॉक्टर ने कहा- हैलट ले जाने की दी थी सलाह
इस मामले में ऑपरेशन करने वाली डॉक्टर अदिति ने कहा कि ऑपरेशन के बाद टाका खुल जाने से इंफेक्शन हो गया था। अस्पताल में संसाधनों की कमी है। महिला को कानपुर हैलट ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन परिजन नहीं ले गए और जो पैसा लेने की बात कही जा रही वह गलत है। इस मामले में कोतवाली प्रभारी अमित कुमार मिश्रा ने बताया कि अगर परिजन तहरीर देते है तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।