Prayagraj
इंडिया न्यूज, प्रयागराज (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश पूर्व ऊर्जा मंत्री व भाजपा के पूर्व विधायक विक्रमाजीत मौर्य का गुरुवार रात 1 बजे हार्टअटैक से निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे। प्रयागराज के दरभंगा कॉलोनी स्थित निवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। मंत्री के निधन की जानकारी होते ही शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनके आवास पर पहुंचकर लोगों ने शोक जताया।
राजनीतिक सफर
विक्रमाजीत मौर्य 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और विधान सभा चुनाव 2017 में फाफामऊ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में निर्वाचित हुए थे। इससे पहले वह बसपा की मायावती सरकार में ऊर्जा मंत्री थे।
केशव मौर्य के बेहद करीबियों में थे विक्रमाजीत
विक्रमाजीत मौर्य को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का करीबी माना जाता था। यूपी में मंत्री रह चुके विक्रमाजीत मौर्य कई पार्टियों का सफर करते हुए 2016 में भाजपा में शामिल हुए थे। 2017 में फाफामऊ विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। हालांकि विधानसभा चुनाव-2022 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था। भाजपा ने 2022 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने बसपा से आए गुरु प्रसाद मौर्य को अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि गुरु प्रसाद मौर्य ने जीत भी दर्ज की।डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने विक्रमाजीत के निधन पर ट्वीट करके गहरा दुख व्यक्त किया।
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री तथा फाफामऊ विधानसभा से पूर्व लोकप्रिय विधायक श्री विक्रमाजीत मौर्य जी के निधन का समाचार अत्यंत दु:खद है।
ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों सहित समर्थकों को संबल प्रदान करें।
विनम्र श्रद्धांजलि!@mlaphaphamau pic.twitter.com/QJYIHNXvNq— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 16, 2022
यहां से पूरी की पढ़ाई
प्रयागराज के ही निवासी विक्रामाजीत मौर्य ने साल 1982 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बी. कॉम की डिग्री प्राप्त की। साथ ही उन्होंने सी.पी.एम डिग्री कॉलेज से एल.एल.बी की शिक्षा भी ग्रहण की।
कोरोना को दी थी मात
कोरोनाकाल में विक्रमाजीत मौर्य भी संक्रमण की चपेट में आए थे। लेकिन इस भयावह बीमारी को उन्होंने सतर्कता और इलाज से मात दे दिया था। वहीं हार्ट अटैक आने से उन्होंने देर रात दम तोड़ दिया।
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