इंडिया न्यूज, कानपुर :
कैंट क्षेत्र के पुराना गंगा पुल के नीचे शुक्रवार को नहाने गए दो सगे भाइयों के समेत चार किशोरों की मौत हो गई। अन्य तीन को गोताखोरों ने बचा लिया। वहीं, गोताखोरों ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद चारों के शवों को बाहर निकाला। हादसे के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
चकेरी के श्यामनगर न्योरा निवासी मोहम्मद अकील के बेटे आकिब (16) और अयाज (14) दोपहर जुमे की नमाज पढ़ने के लिए मोहल्ले के रहने वाले अर्सलान (15), रेहान (15), मोबिद, हम्जा व जैद के साथ घर से निकले थे। इस बीच अचानक उनका प्लान बदल गया। इसके बाद सातों ई रिक्शा में बैठकर गंगा नहाने के लिए पुराना गंगा पुल के पास पहुंचे। वहां गंगा की बीच धारा में नहाने लगे। तभी अचानक आकिब, अयाज और अर्सलान का पैर फिसल गया और तीनों पुल की कोठी में डूबने लगे। तीनों को डूबता देख चारों जब उन्हें बचाने पहुंचे, तो वह भी डूबने लगे।
किशोरों की आवाज सुनकर वहां मौजूद स्थानीय गोताखोर अकिल और सकील उनको बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दिए। इस दौरान गोताखोरों ने मोबिद, हम्जा और जैद को सकुशल बाहर निकाल लिया। लेकिन आकिब, अयाज, अर्सलान व रेहान को नहीं बचा सके।
सात किशोरों के डूबने की खबर सुनकर सिटी मजिस्ट्रेट उन्नाव विजेता, एएसपी शशि शेखर सिंह, नायब तहसीलदार मंजुला सिंह, इंस्पेक्टर गंगाघाट राकेश कुमार गुप्ता व इंस्पेक्टर कैंट अर्चना सिंह फोर्स संग मौके पर पहुंचे। जहां छानबीन में पता चला कि घटना स्थल कैंट थाना क्षेत्र का है। इसके बाद इंस्पेक्टर कैंट ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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गंगा में डूबने से बच्चों की मौत की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे सभी बच्चों के परिजनों में दो के परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। हालांकि थाना प्रभारी ने उन्हें प्रक्रिया के साथ शव देने की बात कही।
चार साथियों के डूबते ही मोबिद और हम्जा मौके से फरार हो गए, जबकि जैद वहीं पर रूका रहा। पुलिस फोर्स जब मौकेपर पहुंची, तो जैद ने उन्हें पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी।
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