India News (इंडिया न्यूज़), Gazipur News: जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मुश्किलें और बढ़ती जा रही है, गाजीपुर पुलिस ने पिछले 11 और 12 अगस्त को मोहम्मदाबाद कोतवाली और गाजीपुर कोतवाली में शिकायतों के आधार पर दो नए मुकदमे मुख्तार अंसारी और उनके विधायक बेटे के साथ उनके परिवार वालों पर दर्ज किया है।
गाजीपुर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने आज सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि नगर पालिका क्षेत्र मोहम्मदाबाद, गाजीपुर के अधिशासी अधिकारी द्वारा एविडेंस के साथ मोहम्मदाबाद कोतवाली में तहरीर दी गई है कि मुख्तार अंसारी की बहन फ़हमीदा अंसारी पत्नी एजाजुल अंसारी, की सास के नाम से सरकारी भूखंडों में हेरफेर करके फर्जी कागजातो के आधार पर पुनः रातों रात मुख्तार अंसारी की बहन फ़हमीदा के नाम से ट्रांसफर कराकर इन सरकारी भूखंडों को प्लाटिंग कर कर बेच दिया गया था।
यह मामला साल 2002 का है, इस परिपेक्ष में अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मोहम्दाबाद वीरेंद्र राव द्वारा जांच के उपरांत मोहम्मदाबाद कोतवाली में 11 अगस्त को शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें पुलिस द्वारा धारा 420, 467, 468 और 120B धाराओं में आपराधिक मुकदमा दर्ज करते हुए विवेचना की जा रही है। वहीं उन्होंने बताया कि दूसरा मुकदमा गाजीपुर के मशहूर व्यापारी नेता अबू फखर खान ने सदर कोतवाली क्षेत्र में दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया है कि उनके सदर कोतवाली क्षेत्र रौज़ा, गाजीपुर के एक कमर्शियल भूखंड तत्कालीन मऊ विधायक मुख्तार ने जबरदस्ती रजिस्ट्री करवा लेने का आरोप लगाते हुए एक तहरीर 12 अगस्त को थाना कोतवाली गाजीपुर में दी है, जिसमें मुख्तार अंसारी पर व्यापारी अबू फखर खान ने यह आरोप लगाया है कि मुख्तार अंसारी साल 2012 में जब लखनऊ जेल में बंद थे तो उन्होंने अबू फखर खान के खाते में 20 लाख रुपए डालकर और उनसे उस खाते का एडवांस चेक लेकर सारा पैसा उनके खाते से निकाल लिया और उन्हें एक भी पैसा नहीं मिला लेकिन उनके भूखंड को जबरदस्ती लिखवा लिया क्योंकि मुख्तार अंसारी गिरोहबंद अपराधी है।
व्यापारी नेता ने एफआईआर में बताया है कि 20 लाख पचास हजार खाते में डालकर मुख्तार अंसारी ने उनसे हस्ताक्षर युक्त एडवांस चेक पहले ही ले लिया था, रजिस्ट्री में 25 लाख दर्शाया गया है जिसमें साढ़े चार लाख नगद दिखाया गया है। लेकिन उनको एक भी पैसा जमीन के एवज में नहीं मिला था और व्यापारी नेता अबू फखर खान बीते साल 2012 से अब तक चुप बैठा था और 2023 में उसने अब जाकर इस एफआईआर को कोतवाली गाजीपुर में दर्ज कराई है, आपको बताते चलें कि इन दोनों भूखंड पर मुख्तार अंसारी के परिजनों का नाम है
इसलिए इस 191 गैंग सरगना मुख्तार अंसारी की इन दोनों प्रॉपर्टीजयों को जिला प्रशासन के द्वारा गैंगस्टर एक्ट में पहले ही कूद कर कार्रवाई की जा रही है लेकिन इन दोनों प्रॉपर्टीज में शिकायत आने के बाद एक नए मुकदमे दोनों प्रॉपर्टीज पर मुख्तार अंसारी उनके विधायक बेटे अब्बास अंसारी और उनके परिवार के साथ मोहम्मदाबाद के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी लिपिक और तत्काली अध्यक्ष शमीम अहमद जो अंसारी परिवार के करीबी है उनके खिलाफ दर्ज कर विवेचना की जा रही है।