Ghaziabad
इंडिया न्यूज, गाजियाबाद (Uttar Pradesh) । गाजियाबाद में NCERT की नकली किताबें छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस का खुलासा हुआ। प्रिंटिंग प्रेस और गोदाम में हुई छापेमारी। तकरीबन तीन करोड़ रुपए की नकली किताबें बरामद हुई हैं। दोनों जगहों को सील कर दिया गया है।
NCERT के विजिलेंस हेड कांबोर्ड मीणा के नेतृत्व में शुरू की गई पूरी कार्रवाई। पता चला था कि दिल्ली, गाजियाबाद सहित आसपास के शहरों में कई दुकानदार NCERT की नकली किताबें बेच रहे हैं। इसके बारे में और जानकारी एकत्र की गई। फिर गुरुवार शाम लोनी-दिल्ली बॉर्डर पर स्थित मेलाराम फार्म हाउस परिसर में एक प्रिंटिंग प्रेस में विजिलेंस ने मारा छापा। इस कार्रवाई में NCERT की प्रोडक्शन टीम के अलावा दिल्ली और यूपी पुलिस भी शामिल रही।
प्रिंटिंग प्रेस और गोदाम की जानकारी
जानकारी मिली कि इस प्रिंटिंग प्रेस में छपने वाली नकली किताबों की बाइंडिंग गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक गोदाम में हो रही थी। गोदाम पर भी छापेमारी की कार्रवाई शुरू हुई। तीन करोड़ की किताबें, तीन प्रिंटिंग मशीन, बाइंडिंग मशीन आदि बरामद हुआ है। प्रिंटिंग प्रेस का मालिक फरार है। प्रिंटिंग प्रेस का मुकदमा दिल्ली और गोदाम का मुकदमा गाजियाबाद जिले में दर्ज होगा।
क्या है पूरा प्रकरण, जानिए
NCERT अपने अधिकृत विक्रेताओं को किताब बिक्री पर 20 प्रतिशत का कमीशन देती है। जबकि नकली किताब छापने वाले लोग दुकानदारों को यही कमीशन 50 प्रतिशत तक देते हैं। इसके अलावा NCERT सालभर तक अपनी किताबों की डिमांड पूरा नहीं कर पाती। जबकि नकली किताबों के धंधे से जुड़े लोग डिमांड से ज्यादा किताब छापकर बेचते हैं। ज्यादा कमीशन और डिमांड पूरी होने के लालच में दुकानदार नकली किताबों को खरीद लेते हैं। हालांकि छपाई की क्वालिटी पर बात की जाए तो NCERT से बेहतर इन नकली किताबों की क्वालिटी होती है।
नकली किताबों का कब कब हुआ खुलासा
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