Ghazipur Double Murder
इंडिया न्यूज, गाजीपुर (Uttar Pradesh) । गाजीपुर पुलिस ने 24 घंटे पहले हुए मां-बेटी की हत्या का खुलासा कर दिया है। पैसों के लालच में मां की हत्या उसके इकलौते बेटे ने किया है। वह मां का गला दबा रहा था, तभी बहन आ गई। इसलिए उसने बहन को भी मार दिया। हत्या करने के बाद आरोपी पार्टी करने निकल गया। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी शातिर अपराधी रहा है। उसे एक मामले में सात साल की सजा भी हो चुकी है।
23 लाख में बिकवाई थी जमीन
यह पूरा मामला मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के कठउत गांव का है। गौरीशंकर ने 9 नवंबर 2020 को पड़ोसी मोहन राजभर की 15 बिस्वा जमीन गांव के मुसाफिर राम को 23 लाख में बिकवा दिया। जमीन की सौदेबाजी में ग्राम प्रधान संजय राय ने बिचौलिए की भूमिका निभाई। इसके बाद गौरीशंकर ने 10 लाख रुपए संजय राय के खाते में और 10 लाख रुपए अपने पिता के खाते में डलवा दिया।
रजिस्ट्री के बाद संजय राय ने 3-3 लाख का दो चेक मोहन के नाम और 4 लाख का चेक गौरीशंकर के नाम काट कर दिया गया। मोहन और गौरीशंकर बैंक से रुपए निकालकर आए। गौरी ने कहा कि पैसा मैं रखा हूं। बाद में दे दूंगा तो तुम्हारे घर वाले जान जाएंगे। इसके बाद गौरी अपनी पत्नी व बच्चों को लेकर अपने ससुराल चला गया। तब से उसकी पत्नी व बच्चे ससुराल में ही रह रहे है।
मां की तबीयत खराब होने पर उसकी बहन मालती करीब एक वर्ष से यही रह रही थी। रजिस्ट्री की बात मोहन के लड़के को जानकारी हुई तो गांव वालो की पंचायत हुई और तय हुआ कि 11 लाख 50 हजार गौरी पर है। 11 लाख 50 हजार संजय राय पर संजय राय अपने हिस्से का पैसा देने को तैयार थे। मुसाफिर राम मुकदमे में बयान देकर जमीन वापस कर देने की बात तय हुई थी। लेकिन आरोपी गौरीशंकर हीला हवाली करता चला आ रहा था।
24 जनवरी 2020 को फिर पंचायत हुई तो गौरी ने मैं अपना घर बेच कर 26 अक्तूबर 2022 को पैसा दे दूंगा। तब से अब तक एक दिन दो दिन का समय लेता रहा। उसकी मां घर बेचने को तैयार नहीं थी। लेकिन गौरी शंकर दबाव डाल रहा था।
पुलिस के पूछताछ में पुख्ता सबूत पाये जाने पर गौरीशंकर को आज गौसपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया तो अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि 13 नवम्बर को रात साढ़े 8 बजे के लगभग अपनी मां को अपने कमरे में बुलाकर मनाने का प्रयास किया तैयार न होने पर रस्सी से गला दबा कर मां की हत्या कर दी और शव को घसीट कर दूसरे कमरे में कर रहा था कि मेरी बहन भी आ गयी और विरोध करते हुए चिल्लाने लगी तो उसी रस्सी से उसका भी गला दबा कर हत्या कर दिया। उसी समय मेरी बहन का नाती आ गया रोने पर उसका गला दबाया बेहोश हो जाने पर वही छोड़कर रस्सी अपने तखत के नीचे छुपा दिया।
मां और बहन की हत्या कर पार्टी में गया
इसके बाद राजू कुशवाहा के घर चल गया। जहां पर पूर्व नियोजित दावत थी जिसका खर्च मैने स्वयं दिया था भोजन के बाद राजू के साथ खेत जोत के लिए ट्रैक्टर निकाला और उसके साथ जुताई के बाद उसी के घर पर आकर सो गया । सुबह दोनो करीब 5 बजे उठकर मेन रोड पर गये। और सुभाष राजभर को फोन कर चाय की दुकान पर बुलाया आने के पूर्व हम दोनो पूर्व ग्राम प्रधान गौसपुर झन्ने के घर पर गये और घटना की जानकारी दी और पुनः चाय की दुकान पर आकर घटना के बारे में बताया और 112 पर मैं सुभाष राजभर के फोन से दो औरतें व एक बच्चे की हत्या की सूचना दिया था। गौरीशंकर की निशान देही पर उसके तख्त की नीचे सिरहाने से आलाकत्ल रस्सी बरामद हुई तथा उसके हस्तलेख का एक पत्र तकिया के नीचे से बरामद हुआ जो घटना के पूर्व के लिखने व घटना में पुष्टी करता है।
गौरीशंकर एक शातिर किस्म का अपराधी प्रवृति का व्यक्ति है इसका आपराधिक इतिहास भी है तथा मा० न्यायालय से 7 वर्ष की सजा हुई है।
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