Gorakhpur
इंडिया न्यूज, गोरखपुर (Uttar Pradesh) । पर्यटन की दृष्टि से अब गोरखपुर एक हब बनता जा रहा है। जिले के रामगढ़ ताल के बाद अब राप्ती नदी में भी बोटिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है। रविवार को मेयर सीताराम जायसवाल ने बोटिंग सेवा का उद्घाटन किया। पार्षदों संग पहले बोटिंग भी की। मेयर ने कहा कि एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो चुके इस राप्ती तट पर जल्द ही फूड कोर्ट समेत मनोरंजन के अन्य इंतजाम किए जाएंगे।
कभी राप्ती किनारे रहता था गंदगी का अंबार
गोरखपुर की राप्ती नदी को देखकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि एक दिन यहां क्रूज और बड़े-बड़े जहाज चलाए जाएंगे। फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राप्ती में बोटिंग शुरू किए जाने की इच्छा जताई थी। कभी यहां गंदगी का अंबार लगा रहता था। लोग अंतिम संस्कार करते थे।
निगम सदन में पार्षद संजय श्रीवास्तव ने भी प्रस्ताव रख कर दोनों ही घाटों पर बोटिंग की सुविधा की मांग की जिस पर तत्काल उन्होंने स्वीकृति प्रदान कर नगर आयुक्त को अग्रिम कार्रवाई के लिए कहा। इस घाट का पर्यटन विकास पहले ही किया जा चुका है। बोटिंग की शुरूआत भी हो गई, जल्द ही यहां फूडकोर्ट एवं मनोरंजन के अन्य संसाधान भी जुटाए जाएंगे। इसके लोगों को मनोरंजन के साथ प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उप सभापति ऋषि मोहन वर्मा ने भी इसे गोरखपुर की उपलब्धियों की एक और कड़ी करार दिया। उन्होंने बोटिंग क्लब के संचालक को निर्देशित किया कि लोगों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
50 और 100 रुपए में बोटिंग की सुविधा
अभी इस बोटिंग का दो रेट रखा गया है। स्पीड बोट का 50 रुपया और हाई स्पीड बोट का 100 रूपये चार्ज रखा गया है। भोले वंदना प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमर निषाद ने बताया कि अभी दो मोटर बोट, एक स्पीड बोट और बच्चों के लिए स्पीड बोट चलाई जाएगी। नगर आयुक्त अविनाश कुमार सिंह की मंशा यहां रोप-वे की सुविधा भी उपलब्ध कराने की है। ताकि इको टूरिज्म के तहत इसे और विकसित कर शहर का प्रमुख पर्यटक स्थल बनाया जा सके।
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