इंडिया न्यूज, लखनऊ (UP news) : सीएम योगी ने स्वास्थ्य विभाग के तबादले में हुई गड़बड़ी का संज्ञान लिया है। इसमें पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. वेदब्रत सिंह, पूर्व संयुक्त निदेशक (कार्मिक) सहित पांच चिकित्साधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। इस बीच, तबादले की प्रक्रिया में शामिल 14 लिपिक स्तर के कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव रविंद्र ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक और निदेशक प्रशासन को इसका आदेश दिया था।
शासन ने तबादलों में गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद शनिवार को 48 तबादले निरस्त कर दिए गए। इसके जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। वहीं, विभाग के सचिव रविंद्र ने निदेशक पैरामेडिकल डॉ. निरुपमा दीक्षित से नीति के खिलाफ तबादलों पर सात दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है।
पूर्व महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह पर लेवल एक के चिकित्साधिकारियों, फार्मासिस्ट संवर्ग, ईसीजी टेक्नीशियन, लैब टेक्नीशियन समेत अन्य संवर्ग के कर्मियों के तबादले में निजी अनुरोध एवं स्थानांतरण नीति के उल्लंघन का आरोप लगा है। चिकित्सा अनुभाग सात के सचिव प्रांजल यादव जांच करेंगे।
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